ऑफिस में अपनाएं ये वास्तु टिप्स

ऑफिस हर किसी के जीवन में बहुत महत्व रखता है। इसलिए ऑफिस का निर्माण भी घर के निर्माण जितना ही महत्वपूर्ण है। ऐसे में ऑफिस के निर्माण के वक्त वास्तु शास्त्र के नियमों को जान लेना बेहद जरूरी है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक किसी भी ऑफिस का मेन गेट उत्तर पूर्व दिशा की तरफ अगर खुलता है तो ये बेहद शुभ होता है। वहीं यदि ऐसा ना हो तो कहा जाता है कि ये ऑफिस हमेशा विवादों में फंसा रह सकता है।

ऑफिस हर किसी के जीवन में बहुत महत्व रखता है। इसलिए ऑफिस का निर्माण भी घर के निर्माण जितना ही महत्वपूर्ण है। ऐसे में ऑफिस के निर्माण के वक्त वास्तु शास्त्र के नियमों को जान लेना बेहद जरूरी है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक किसी भी ऑफिस का मेन गेट उत्तर पूर्व दिशा की तरफ अगर खुलता है तो ये बेहद शुभ होता है। वहीं यदि ऐसा ना हो तो कहा जाता है कि ये ऑफिस हमेशा विवादों में फंसा रह सकता है।

इसी के साथ दीवारों के रंग पर भी ध्यान देना चाहिए. दीवारों को रंगने के लिए हल्के रंगों का चुनाव करना चाहिए। ऑफिस की दीवारों को रंहने के लिए सफेद क्रीम या पीले रंग का चुनाव कर सकते हैं, क्योंकि यह हल्के रंग रोशनी को कम करते हैं। वहीं यदि आप ऑफिस में पानी की व्यवस्था ईशान कोण में करते हैं तो यह आपके लिए बेहद शुभ होगा। ईशान कोण यानि कि उत्तर पूर्व दिशा. ऑफिस के मेन गेट के ठीक सामने किसी भी टेबल को नहीं रखना चाहिए, क्योंकि ये सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बाधिक करता है।

वहीं ऑफिस के मेन गेट के सामने किसी शुभ चिन्ह जैसे कि भगवान गणेश या स्वास्तिक को लगाएं। इससे पॉजिटिव एनर्जी आपके ऑफिस में प्रवेश करती हैं। इसके अलावा ये भी ध्यान रखें कि ऑफिस के मालिक या बॉस का कमरा मेन गेट से लगा हुआ या सटा हुआ नहीं होना चाहिए। मेन गेट पर किसी ऐसे कर्मचारी का टेबल लगा होना चाहिए, जो आगंतुकों और बॉस के बीच में संपर्क स्थापित करने में मदद करता है.वहीं ऑफिस के मेन गेट के पास रिसेप्शन होना चाहिए।

इसके अलाला ऑफिस के मालिक या बॉस की कुर्सी के पीछे कभी भी खिड़की का निर्माण ना हो और ना ही बॉस की कुर्सी के ऊपर बीम पड़े, क्योंकि ये आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है। इसके अलावा वास्तु शास्त्र के मुताबिक ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों के चेहरे उत्तर या पूर्व की तरफ होना चाहिए। इससे ऑफिस की तरक्की होती है।