जिनवाणी से मिलेगी पापों से मुक्ति : सिंघवी

जोधपुर। जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागछ संघ के तत्वावधान में पूजा-अर्चना तप जप सामायिक आराधना के साथ चातुर्मास का शुभारंभ हुआ। संघ प्रवक्ता धनराज विनायकिया ने बताया रत्न प्रभ धर्म क्रिया भवन में चातुर्मास के प्रथम दिन अष्टप्रकारी पूजन तथा चौमासी देवनन्दन सांय प्रतिक्रमण आराधना साधना की गई। चातुर्मास की महत्ता महिमा पर प्रकाश डालते हुए सामायिक स्वाध्याय प्रेमी श्रावक विजुभाई सिंघवी ने कहा कि जिनवाणी युक्त पापों से मुक्त जिनवाणी से समकत्व की बढ़ोतरी होती है। भौतिक सुख के लिए नहीं संसार से मुक्ति पाने के लिए धर्म क्रिया करनी है तभी आत्मकल्याण होगा। सिंघवी ने कहा, चातुर्मास आत्मा से परमात्मा की ओर ले जाने के लिए आध्यात्मिक पर्व है। इस अवसर पर संघ सचिव उम्मेदराज रांका, जगदीश चंद खांटेड़, ललित पोरवाल, विनोद कुमार मेहता, बलवंत खिंवसरा, मनोहरलाल हिरण सहित बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविका मौजूद थे। विनायकिया ने बताया क्रिया भवन में प्रतिदिन प्रात: 9 बजे से श्रावक विजुभाई प्रवचन द्वारा परमात्मा वाणी ज्ञान गंगा बहाएंगे।

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