
जयपुर (एम आर सिंघवी) । राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार 160 वर्तमान विधायक फिर से चुनावी समर में संघर्षरत हैं । कांग्रेस पार्टी ने अपने 108 विधायकों में से 89 विधायकों को फिर से उम्मीदवार बनाया है, वहीं भाजपा ने अपने वर्तमान 70 विधायकों में से 60 को मैदान में उतारा है । अन्य 11 विधायक अन्य राजनीतिक दलों से या निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ रहे हैं।

इस बार राज्य के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, आप, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (लेनिनवादी) सहित 80 राजनीतिक दल भाग ले रहे हैं । इनमें कई क्षेत्रीय दल तथा पंजीकृत और ग़ैर पंजीकृत दल शामिल है।
भाजपा ने सभी 200 सीटों पर और कांग्रेस ने 199 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं । कांग्रेस ने एक सीट अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल के लिए छोड़ी है । बहुजन समाज पार्टी 189, आप 86,कम्युनिस्ट पार्टी (मा) 17, कम्युनिस्ट पार्टी (ले) 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है ।रालोपा ने 78 निर्वाचन क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है ।ओवेसी की पार्टी मजलिस ने 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये हैं। राजनीतिक दलों के 1138 उम्मीदवारों के अलावा 937 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव में अपना भाग्य आज़मा रहे हैं ।
कांग्रेस पार्टी ने 76 निर्वाचन क्षेत्रों में जो उम्मीदवार खड़े किये हैं वो या तो पहले विधायक रह चुके हैं या चुनाव लड़ चुके है । इस दल ने 34 नए चेहरों को टिकट दिया है जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं । इसी प्रकार भाजपा ने 94 ऐसे उम्मीदवार खड़े किये हैं जो या तो सांसद हैं या पूर्व सांसद और पूर्व विधायक है या पहले भी विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं । इस दल ने 46 टिकट नए चेहरों को दिए हैं जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं ।निर्दलीय उम्मीदवारों में से कुछ एसे है जो पूर्व में सांसद, विधायक या वर्तमान में विधायक हैं । दोनों प्रमुख दलों कांग्रेस और भाजपा में कुछ उम्मीदवार वे हैं जो दूसरे दल के विधायक हैं और अब दल बदल कर दूसरे दल के प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं । कुछ एसे भी हैं जो पूर्व में अन्य दल के सांसद या विधायक रह चुके हैं और अब पाला बदल कर दूसरे दल के उम्मीदवार बने हैं ।
इस प्रकार यह भी देखने को मिल रहा है कि कई दलों ने अपनी विचारधारा को ताक में रख कर शायद जिताऊ उम्मीदवार समझ कर इन्हें अपनी पार्टी में शामिल किया है।चाहे हार जीत किसी दल की हो इस चुनाव में काफ़ी उठापटक और रोचकता देखने को मिलेगी।