
जयपुर। राणा सांगा के खिलाफ विवादित टिप्पणी (Rana Sanga Controversy) करने वाले राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन (Ramji Lal Suman) के खिलाफ जयपुर के सदर थाने में शिकायत दर्ज हुई है। इस शिकायत में सनातन अधिवक्ता मंच के सदस्यों ने आरोप लगाया गया है कि सांसद ने महाराणा सांगा को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया, जिससे समाज की धार्मिक और राष्ट्रीय भावनाएं आहत हुई हैं। इसीलिए उन पर एफआईआर दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
‘महाराणा सांगा के खिलाफ टिप्पणी स्वीकार्य नहीं’
अधिवक्ता मंच का कहना है कि महाराणा सांगा भारतीय इतिहास के महान योद्धा रहे हैं, और उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी स्वीकार्य नहीं है। इस मामले को लेकर सनातन अधिवक्ता मंच के कई सदस्य सदर थाने पहुंचे और अपनी शिकायत दर्ज कराई। इस पत्र पर कई अधिवक्ताओं के हस्ताक्षर हैं और इसमें मांग की गई है कि सांसद पर कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह के बयान देने से रोका जा सके। इस शिकायत को सदर थाना के एसएचओ बलवीर ने 24 मार्च को रिसीव किया है।
सपा सांसद ने राज्यसभा में क्या बयान दिया था?
सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च 2025 को राज्यसभा में कहा था, ‘मुझे यह जानना है कि बाबर को भारत में लाने वाला कौन था? क्या इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा ने नहीं बुलाया था? अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं, तो फिर बीजेपी वाले उस गद्दार राणा सांगा की औलाद हैं।’
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी जताई नाराजगी
इस मामले में पूर्व कांग्रेस नेता और कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम का भी बयान सामने आया है। उनका कहना है, ‘अखिलेश यादव को माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि बिना सपा प्रमुख की सहमति के उनके पार्टी के सांसद संसद के भीतर इतना अपमानजनक बयान नहीं दे सकते हैं। राणा सांगा को गद्दार कहना पूरे मेवाड़ और चित्तौड़ का अपमान है, राजस्थान का अपमान है और भारत की पूरी शौर्य भूमि का अपमान है।’