
ऐसे आई पकड़ में
जयपुर। झुंझुनूं में जॉइनिंग करने पहुंची ट्रेनी एसआई मोनिका (25) को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने मंगलवार को गिरफ्तार किया। एसआई भर्ती पेपर को 15 लाख में खरीदने वाली मोनिका का एक ट्रेनिंग का वीडियो भी सामने आया है। इसमें वो बता रही है कि उसे एग्जाम में 301 नंबर मिले है, जबकि उसे 354 नंबर मिले थे। दरअसल, ट्रेनी एसआई ने नकल गिरोह के सरगना पौरव कालेर से पेपर खरीदा था। कालेर को गिरफ्तार करने पर ट्रेनी एसआई राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) जयपुर से फरार हो गई थी। एक दिन पहले गिरफ्तार आरोपी ट्रेनी से पूछताछ में और भी कई खुलासे हुए हैं। आरोपी को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ट्रेनिंग में दावा- अब 2 स्टार लगाकर ही जाऊंगी
मोनिका ने एसआई ट्रेनिंग के दौरान एक वीडियो बनाया था। इसमें उसने बताया कि उसके 301 नंबर आए है। वह वीडियो में ये भी बोल रही है कि घर पर तैयारी की थी, लेकिन इतना कॉन्फिडेंस नहीं आया, जितना ट्रेनिंग में मिला। अब में यहां से दो स्टार लगाकर ही जाऊंगी। लेकिन वीडियो की जांच में पता चला कि उसके 354 नंबर थे। यानी मोनिका को ये तक पता नहीं था कि वह कितने नंबर से पास हुई है। नंबर ज्यादा होने के कारण उसका मैरिट लिस्ट में 34वां नंबर था। जबकि उसे इंटरव्यू में 15 नंबर ही मिले थे। इतना ही नहीं ट्रेनिंग के दौरान उससे एक लेटर भी लिखवाया गया। इसमें करीब 13 गलतियां थीं। वह झुंझुनूं की रहने वाली है। हालांकि, इस लेटर में वह झुंझुनूं तक को गलत लिखा। इसके अलावा निरीक्षक, संदिग्ध, इसलिए जैसे कई शब्द थे, जिनमें ग?लतियां थीं।
ट्रेनिंग के दौरान अधिकारियों को हुआ था शक
मोनिका की स्ढ्ढ पुलिस की परीक्षा 15 सितंबर 2021 को अजमेर में थी। पौरव कालेर ने ब्लूटूथ के माध्यम से मोनिका और उसकी साली को लिखित परीक्षा की दोनों पारियों का पेपर पढ़ाया। नकल करने से मोनिका ने हिंदी विषय में 200 में से 184 और सामान्य ज्ञान में 200 में से 161 नंबर प्राप्त किए थे। जब की मोनिका की हिंदी के बारे में ट्रेनिंग के दौरान ही अधिकारियों को पता चल गया था की उसकी हिंदी ही नहीं अन्य विषयों पर पकड़ बहुत कमजोर है। लेकिन परीक्षा पास होने और ट्रेनिंग का हिस्सा बनने के कारण उसे कोई कुछ नहीं कहता था। मोनिका झुंझुनूं के पुलिस अधीक्षक को भी एक लेटर लिखा था जिसमें काफी गलतियां थीं।
कालेर की गिरफ्तारी के बाद गायब हो गई थी
एसओजी ने कालेर को एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को लीक करने के मामले में गिरफ्तार किया था तो मोनिका जाट एक्टिव हो गई। वह एसओजी की कार्रवाई और मूवमेंट पर ध्यान रखने लगी। जैसे ही उसे मौका मिला वह ट्रेनिंग के दौरान गायब हो गई। सीनियर अधिकारियों को उस ने मेडिकल पर होने की बात कही। लेकिन वह जानती थी की कालेर उसका नाम भी लेगा जिस से वह पकड़ी जाएगा।
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