इनोवेशन और स्टार्टअप में देश के भविष्य को बदलने की क्षमता – राज्यपाल

शंकरा गुुप ऑफ इन्स्टीट्यूशन द्वारा ‘ग्लोबल हैकथाॅन-इनोवेशन एण्ड स्र्टाट्अप’ समारोह आयोजित

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि इनोवेशन और स्टार्टअप में देश के भविष्य को बदलने की क्षमता है। उन्होंने आह्वान किया कि युवा नवाचार, अनुसंधान और उद्यमिता विकास की ओर प्रेरित हों, इसके लिए तकनीकी शिक्षण संस्थान अनुकूल माहौल और सुविधाएं उपलब्ध कराएं।

राज्यपाल मिश्र शुक्रवार को शंकरा गुुप आॅफ इन्स्टीट्यूशन द्वारा कूकस में आयोजित ‘ग्लोबल हैकथाॅन-इनोवेशन एण्ड स्र्टाट्अप’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर बढ़ती प्रतिस्पर्धा के दौर में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार सहित तकनीक के सभी क्षेत्रों में नित नए बदलाव आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को इन तकनीकी बदलावों के लिए तैयार करते हुए नए-नए स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किये जाने की जरूरत है।

राज्यपाल श्री मिश्र ने कहा कि देश की नई शिक्षा नीति में व्यवहारोन्मुखी एवं कौशल आधारित व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने पर बल दिया गया है, ताकि विद्यार्थियों में विभिन्न विषयांे की बुनियादी समझ तो विकसित हो ही, साथ ही वे उद्योगों की जरूरत के मुताबिक विषय-विशेष में पारंगत भी बन सकें।

राज्यपाल मिश्र ने युवाओं का आह्वान किया कि वे रोजगार खोजने के बजाय रोजगार देने वाले बनें। छोटे रूप में भी प्रारंभ किया गया स्टार्टअप यदि कड़ी मेहनत, नवाचार और दूरगामी सोच के साथ संचालित किया जाए तो वह देशभर में पहचान बना सकता है। उन्होंने हैकथाॅन के आयोजन के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि इससे युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में नवाचार के लिए सामूहिक रूप से कार्य करने का अनुभव मिलेगा तथा भविष्य की दिशा तय करने का अवसर मिलेगा।

तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने कहा कि तकनीकी क्षेत्र में कार्य कर रहे युवाओं को वैश्विक बदलावों को अपनाते हुए अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए तैयार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान हमारे लोकतंत्र का मूल ग्रंथ है। नागरिकों को जागरूक करने के लिए संविधान की उद्देश्यिका और कर्तव्यों का वाचन करवाने की राज्यपाल कलराज मिश्र जी की पहल सराहनीय है।

मैनेज, हैदराबाद के महानिदेशक डाॅ. पी. चन्द्रशेखर ने कृषि के क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कृषि नवाचारों को भी हैकथाॅन में शामिल किये जाने का सुझाव दिया।

राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.ए.गुप्ता ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों तथा शंकरा ग्रुप आॅफ इन्स्टीट्यूशन के अध्यक्ष श्री संत कुमार चैधरी ने दो दिवसीय इस हैकथाॅन के आयोजन के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी।

कार्यक्रम के आरम्भ में राज्यपाल मिश्र ने संविधान की उद्देश्यिका तथा मूल कत्र्तव्यों का वाचन करवाया। उन्होंने इस अवसर पर टेक्निकाॅन तथा किसान इन्टरनेशनल जर्नल का विमोचन भी किया।

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