गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद राहुल को अध्यक्ष बनाने की मांग हुई तेज

मल्लिकार्जुन खडग़े
मल्लिकार्जुन खडग़े

खडग़े बोले-राहुल के अलावा किसी की देश मेंं स्वीकारोक्ति नहीं

नई दिल्ली। गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस के इस्तीफे के बाद पार्टी के कई वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के बचाव मेंं उतर आए हैं। पार्टी पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए एकसुर में कांग्रेस नेताओं की राहुल को अध्यक्ष बनाने की मांग और तेज हो गई है। हालांकि राहुल अभी इसके लिए तैयार नहीं हुए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और संसद में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा है कि हम राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने के लिए मनाएंगे। क्योंकि उनके अलावा पार्टी के किसी नेता की देशभर में स्वीकारोक्ति नहीं है।

राज्यसभा में कांग्रेस नेता खडग़े ने जो भी नेता पार्टी का नेतृत्व करने का इच्छुक हो, उसकी देशभर में पहचान होनी चाहिए। ऐसे नेता का कश्मीर से कन्याकुमारी तक और बंगाल से गुजरात तक समर्थन होना चाहिए। उसकी अच्छी मान्यता होना चाहिए और पूरी पार्टी में स्वीकारोक्ति होना चाहिए।

खडग़े ने याद दिलाया कि कांग्रेस के सारे वरिष्ठ नेताओं ने कैसे सोनिया गांधी को कैसे एकजुट होकर अध्यक्ष बनने के लिए मनाया था। नए अध्यक्ष के सवाल पर खडग़े ने कहा कि मुझे राहुल गांधी के अलावा कोई विकल्प बताइए।

राहुल अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं?

राहुल गांधी
राहुल गांधी

इस सवाल कि राहुल गांधी पद संभालने के लिए तैयार नहीं हैं? खडग़े ने कहा कि उनसे अनुरोध किया जाएगा और उन्हें पार्टी की खातिर, देश की खातिर, आरएसएस-भाजपा से मिलकर लडऩे और देश को बनाए रखने के लिए कार्यभार संभालने के लिए कहा जाएगा।

खडग़े ने पार्टी की आगामी भारत जोड़ो यात्रा का भी जिक्र किया और कहा कि देश को जोडऩे के लिए राहुल गांधी की जरूरत है। पूर्व केंद्रीय मंत्री खडग़े ने कहा कि हम उनसे पूछेंगे, हम उन्हें मजबूर करेंगे और उनसे कांग्रेस अध्यक्ष संभालने का अनुरोध करेंगे। हम उनके पीछे खड़े हैं।

सीडब्ल्यूसी की रविवार को वर्चुअल बैठक

उधर, कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की तारीखों को अंतिम रूप देने के लिए पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की रविवार को एक वर्चुअल बैठक होगी। इसकी अध्यक्षता सोनिया गांधी करेंगी। पार्टी के कई नेता राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। हालांकि, राहुल के फिर अध्यक्ष बनने को लेकर अनिश्चितता और सस्पेंस बरकरार है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी अपने रुख पर कायम हैं कि वे दोबारा पार्टी अध्यक्ष नहीं बनेंगे।

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