रेल यात्रा के बाद नये साल में रसोई पर भी पड़ी महंगाई की मार

रेल किराए के बाद बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर का दाम 19 रुपए बढ़ा
सरकार ने हवाई ईंधन की कीमत में 2.6 प्रतिशत का इजाफा करने का फैसला लिया
नई दिल्ली। सरकार ने नए साल पर बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का दाम 19 रु. बढ़ा दिया है। वहीं, हवाई ईंधन की कीमत में 2.6 प्रतिशत का इजाफा करने का फैसला लिया है। इससे पहले सरकार ने मंगलवार को रेल किराए में 1-4 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से बढ़ोत्तरी करने का निर्णय लिया था। भारतीय रेलवे कॉन्फ्रेंस एसोसिएशन ने यात्री किराए को दर्शाती एक टेबल हाल ही में प्रकाशित की थी।

इसके मुताबिक, 1 जनवरी 2020 से सेकंड (सामान्य) क्लास के किराए में प्रति किमी 1 पैसे की बढ़ोत्तरी, एसी क्लास में सफर करने वालों के लिए 4 पैसे प्रति किमी जबकि स्लीपर क्लास में सफर करने वाले यात्री के लिए 2 पैसे प्रति किमी की वृद्धि की गई है। कमर्शियल सिलेंडर (19 किलो) पर 29.50 रुपये का इजाफा हुआ है। कारोबारियों को अब सिलेंडर के लिए 1325.00 रुपये चुकाने होंगे। लगातार पांचवे महीने रसोईं गैस सिलेंडर के दाम बढ़े हैं।

714 का हो गया सिलेंडर
गैर सब्सिडी वाला 14.2 किलो वाला सिलेंडर अभी 695 रुपये में मिलता है पर अब इसकी नई कीमत 19 रुपये के इजाफे के बाद 714 रुपये हो जाएगी। यह बढ़ोत्तरी एक जनवरी, 2020 से प्रभावी हो गई। गैर सब्सिडी वाले सिलेंडर 12 सिलेंडर का कोटा पूरा होने के बाद दिए जाते हैं। गौरतलब है कि सितंबर, 2019 के बाद खाना पकाने के काम में आने वाली गैस में यह पांचवी बढ़ोत्तरी है। बीते पांच महीनों में इसके दाम 139.50 रुपये तक बढ़े हैं।

19 रुपये बढ़ गए रसोई गैस के दाम
सरकार ने नए साल 2020 के पहले ही दिन रसोई गैस सिलिंडर के दाम में 19 रुपये का इजाफा कर दिया है। ये बढ़ोतरी गैर सब्सिडी वाले सिलेंडरों के लिए की गई है। इसके अलावा विमान ईंधन के दामों में भी 2.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। ये कदम अंतरराष्ट्रीय दामों में आई तेजी की वजह से उठाया गया है। कमर्शियल सिलेंडर (19 किलो) पर 29.50 रुपये का इजाफा हुआ है। कारोबारियों को अब सिलेंडर के लिए 1325.00 रुपये चुकाने होंगे।

रेल किराये भी हुई वृद्धि
इससे पहले सरकार ने मंगलवार को रेल किराए में इजाफे का एलान किया था। रेल मंत्रालय ने यात्री श्रेणी के हिसाब से एक पैसे से लेकर चार पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ा दिए थे। नई घोषणा में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गौरतलब है कि भारत अपनी तेल जरूरतों का 84 फीसदी आयात करता है।

विपक्ष ने लगाया आरोप
विपक्षी दलों ने इस बढ़ोत्तरी की आलोचना की है। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने इसे नए साल पर मोदी सरकार का तोहफा करार दिया तो कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने इस बढ़ोत्तरी को गरीब लोगों के प्रति अन्याय करार दिया।