राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी

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जयपुर में 4 घंटे तक रुक-रुक कर बारिश

जयपुर। जाते-जाते मानसून ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश को जमकर भिगोया। राजधानी जयपुर में भी जोरदार बारिश हुई। करीब चार घंटे की बारिश में राजधानी तरबतर हो गई। इस बारिश के बाद राजधानी का पारा करीब 5 डिग्री तक गिर गया, जिससे लोगों ने गर्मी से राहत पाई। भरतपुर, जयपुर, अजमेर, कोटा संभाग के कई जिलों में आसमान सुबह से घने बादलों से घिरा हुआ है। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार बारिश का यह दौरा आने वाले दिनों में भी जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने राजस्थान के साथ मध्य पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं, बिहार को यलो अर्लट पर रखा गया है।

किसानों की बढ़ी चिंता

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बदले मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। तैयार खड़ी खरीफ की फसल के नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आए सिस्टम के कारण राजस्थान में फिर से तेज बारिश का दौर स्टार्ट हुआ है। मौसम केन्द्र जयपुर से मिली रिपोर्ट देखें तो पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा बरसात अलवर के कोटकासिम में 118 एम (4.64 इंच) बारिश दर्ज हुई। इसके अलावा बानसूर, गोविंदगढ़, रामगढ़, टपूकड़ा में भी 50 एमएम से ज्यादा बारिश हुई। इधर भरतपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक, कोटा, झालावाड़, बूंदी, बारां में भी कई स्थानों पर तेज बारिश हुई।

जयपुर में सुबह से बारिश, तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस नीचे गिरा

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जयपुर शहर में आज तड़के घने बादल छाने के बाद बारिश का दौर शुरू हुआ। सुबह 7 बजे कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने से सड़कों पर पानी भर गया। सांगानेर, टोंक रोड, मालवीय नगर, मानसरोवर, सिरसी, अजमेर रोड, झोटवाड़ा समेत तमाम हिस्सों में आज सुबह से हल्की बारिश हो रही है। इनके अलावा ग्रामीण हिस्सों में भी कई जगह तेज बारिश हुई। पावटा, जमवारामगढ़ में 2 से लेकर 3 इंच तक बरसात हुई। बारिश के कारण जयपुर के तापमान में गिरावट हुई, कल दिन का अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम रहा। इससे लोगों को दिन और रात में हल्की ठंडक का अहसास हुआ।

इन जिलों में हुई एक इंच से ज्यादा बरसात

पिछले 24 घंटे के दौरान अजमेर, अलवर, बारां,बूंदी, भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, दौसा, जयपुर, झालावाड़, कोटा, पाली, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर और टोंक जिलों के कई इलाकों में एक इंच से ज्यादा बरसात हुई। बारां, बूंदी, झालावाड़ के कई हिस्सों में तो 3 इंच तक बरसात हुई।

बाजार, मूंग की फसलों पर असर

वर्तमान में खरीफ की फसल पककर तैयार हो गई है। खेतों में बाजरा, मूंग, ज्वार की फसलों के खराब होने की आशंका बढ़ गई है। कृषि विशेषज्ञों की माने तो डेढ़ या 2 इंच तक बरसात होने से खड़ी फसलें गलने लग जाएगी, जिससे नुकसान होता है और दाना भी काला पडऩे लगता है। कई जगह अभी खेतों में फसलें कटनी शुरू हो गई, जिन्हें तो हल्की बारिश से भी नुकसान होगा। बारिश के कारण मूंग की फलियां गीली होकर सूखने के बाद फट जाती हैं और दाना बिखर जाता है।

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