युवाओं का सर्वांंगीण विकास जरूरी है : अशोक चांदना

जयपुर। खेल व युवा मामलात तथा रोजगार एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा है कि राज्य सरकार युवाओं के सर्वांगिण विकास कि लिए कृत सकंल्प है। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार में कुशल बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम लिमिटेड के माध्यम से कौशल पशिसण के अनेक नये अयामों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। चांदना श्रम, कौशल रोजगार एवं उद्यमिता विकास द्वारा आयोजित नेशनल समिट मेें बोल रहे थे। इस एक दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न राज्यों से विभिन्न कौशल परिषदों, प्रशिक्षण प्लेसमेंट एजेंसियों, संस्थानों आदि के अधिकारियों ने भाग लिया और कौशल विकास कार्यक्रमों, अवसरो और चुनौतियों पर अपनी राय साझा की।

 

शिखर सम्मेलन में राजस्थान और देश के अन्य हिस्सों से आए 350 से अधिक लोगों ने भाग लिया। उद्यमिता राज्य मंत्री ने इंडिया स्किल्स कॉम्पटिशन, राजस्थान द पोर्टल का लॉंच भी किया गया इस पोर्टल के माध्यम से इच्छुक युवा अपना पंजीयन करा कर स्किलल प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे।

 

इस कार्यक्रम में आरएसएलडीसी द्वारा डीडीयू,-जीकेवाई, ग्रामीण युवा रोजगार एवं उद्यमिता पर समर्पित एक सत्र – ष्टङ्गह्र रूद्गद्गह्ल का आयोजन भी किया गया जिसमें विभाग की इस योजना के अंतर्गत युवाओं के बेहतर प्रशिक्षण एवं रोजगार हेतु सुद्वढ़ कार्यक्रम के लिए विचार-विमर्श किया गया। इस सत्र में सैक्टर स्किलल काउंसिल से आए प्रतिनिधियों के अतिरिक्त राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए कई प्रशिक्षकों ने भी भाग लिया।

इससे पहले, शासन सचिव श्रम कौशल एवं उद्यमिता विभाग श्री नवीन जैन ने कहा कि नौकरशाही कौशल विकास के क्षेत्र में अमूलचूल परिवर्तन कर इसे और अधिक प्रभावशाली एवं सुद्वढ़ बना सकती हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमिता प्रशिक्षण को विकसित करने के लिए नए रास्ते खोलने की आवश्यकता है। श्री जैन ने कौशल को उन्नत बनाए रखने की आवश्यकता पर भी ध्यान केंद्रित किया और युवा पीढ़ी को और अधिक प्रयास कर नए कौशल सीखने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ. ललित के पवार, कुलपति, राजस्थान कौशल ढ्ढरुष्ठ विश्वविद्यालय, श्री चंद्रशेखर एस, एमडी, केरल एकेडमी फॉर स्किल एक्सीलेंस, मिका तिरोनें, पीएचडी, काउंसलर एजुकेशन एंड साइंस, भारत में फिनलैंड के दूतावास पर कार्यरत अधिकारी तथा डॉ. रवि गुप्ता, एडिटर-इन-चीफ, ईलेट्स टेक्नोमेडिया प्राइवेट लिमिटेड तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उद्घाटन सत्र में शिरकत की।

आयुक्त श्रम विभाग डॉ. समित शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि हमें अभी भी बुनियादी कौशल जैसे प्लंबिंग, वेल्डिंग, कारपेंटरी आदि की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, निजी क्षेत्र में नौकरियां बहुतायत में हैं, लेकिन संभवत हम कुशल उत्पादन नहीं कर रहे हैं, जैसा कि कई कॉलेजों तथा कौशल केंद्रों पर चल रही अनियमितता से पता चलता हैं। नियमित रूप से किसी स्किल को सीखने को गंभीरता से लिया जाना आवश्यक है। उन्होंने केंद्रों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी कि जब वे छात्रों को पाठ्यक्रम पूर्णता के प्रमाण पत्र प्रदान करें, तो युवाओं को अपने अर्जित कौशल पर विश्वास होना चाहिए।

इस अवसर पर आयोजित संध्या सत्र में बच्चों के प्रति हो रही यांतनाओं के विरूद्ध बाल सुरक्षा के प्रयासों को बढावा देने के लिए सेफ चाइल्डहुड अवाडर््स में श्रीमती ममता भूपेश, महिला एवं बाल विकास मंत्री ने शिरकत की। उन्होंने बताया कि सेफ चाइल्डहुड अवाडर््स उन लोगों केे योगदान को स्वीकार करने का एक प्रयास है जो बचपन की रक्षा के लिए अपना योगदान दे रहे है।

श्रीमती शुचि शर्मा, सचिव, उच्च तकनीकी शिक्षा, ने उद्योग की मांग और कौशल आपूर्ति पर एक सत्र की अध्यक्षता करते हुए व्यावहारिक शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया और संस्थानों को अधिक व्यावहारिक शिक्षा प्रदान करने की विभाग की योजना का खुलासा किया।