अमेरिकी सैनिकों की मदद करने वाले अफगानिस्तान लोगों को भी साथ ले जाएगा अमेरिका, अगर छोड़ दिया तो तालिबान मौत के घाट उतार देगा

अपने सैनिकों के साथ अमेरिका अफगानिस्तान से उन लोगों को भी बाहर निकालेगा, जिन्होंने तालिबान से जंग लडऩे में अमेरिकी सैनिकों की मदद की है। हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं किया गया है कि ऐसे अफगानी लोगों की संख्या कितनी होगी?

अफगानिस्तान पिछले कई सालों से हिंसा के दौर से गुजर रहा है। इन दिनों यहां से अमेरिकी सैनिकों की घर वापसी जारी है। तालिबान से लडऩे में अमेरिकी सैनिकों की मदद करने वाले अफगानी नागरिक अब चिंतित हैं कि यूएस के जाने के बाद तालिबानी उनका क्या हाल करेंगे। इन लोगों को मजबूरी में या तो तालिबान जॉइन करना पड़ेगा या तालिबान के लड़ाके उनकी बेरहमी से हत्या कर देंगे।

इन लोगों को दुविधा से निकालने के लिए अब अमेरिका आगे आया है। अमेरिका के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि जो लोग पहले से ही विशेष अप्रवासी वीजा पाने की प्रक्रिया में हैं, उनके लिए अफगानिस्तान से उड़ानें जुलाई के आखिरी हफ्ते में शुरू हो जाएंगी।

अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक राष्ट्रपति जो बाइडेन के निर्देश पर इच्छुक और योग्य अफगानी मूल के लोगों को रिलोकेट करने के लिए ऑपरेशन शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को विश्वास है कि अफगानिस्तान के सशस्त्र बलों के पास अपने देश की रक्षा करने के लिए टूल्स और कैपेसिटी है।

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