उगते सूर्य को दिया अर्घ्य, लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का समापन

कोटा। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का समापन गुरूवार हो गया। बिहार समाज विकास समिति के संयोजक एवं सहवरित पार्षद संजय यादव एवं अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया कि इसी के साथ छठ व्रती ने आज उगते सूर्य को अर्घ्य देकर 36 घंटे का निर्जला उपवास को खत्म किया।

इस मौके पर रंगबाड़ी बालाजी मंदिर प्रांगण में कुण्ड पर सुबह 5.30 बजे से ही श्रद्धालु एकत्र हो गए थे। जहां कुण्ड में खड़े होकर सूर्य देव को घी के दीपक लगाये तथा छठी मईया के गुणगान करते हुए सूर्यदेव की आराधना करने लगे।

भगवान सूर्य के निकलते ही पूरी आस्था के साथ उन्हें अर्घ्य अर्पित किया गया। उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ छठ पूजा कुण्ड पर उमड़ी। जैसे ही सूर्य की लालिमा दिखाई दी, बांस के बने पात्र सूप में मुख्य प्रसाद ठेकुआ, कचोनिया, मौसमी फल व घी के दीपक जलाकर जल के अन्दर परिक्रमा करते हुए गाय के दूध एवं जल से सूर्यदेव को प्रातः 6.15 बजे से 7.50 बजे तक अर्घ्य दिया। आस्था के इस महापर्व छठ पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह दिखा।

वृत्ताधारी महिलाओं ने एक दूसरे की मांगों में सिंदूर लगाकर अपने पति की लंबी आयु की कामना की। उत्साहित बच्चों ने भी पटाखे चलाये। विभिन्न संस्थाओं द्वारा प्रसादी एवं चाय का वितरण किया गया।

वृत्ताधारी महिलाएं एवं पुरूष अपने घर आकर अपने ईष्ट देव की पूजा-अर्चना कर 36 घंटे के निर्जल वृत का पारण करते हुए समापन किया। इस पूरे आयोजन में सुदर्शन गुप्ता, सुदामा सिंह, धनजी यादव, सत्येन्द्र सिंह, संदीप गुप्ता ने व्यवस्थाओं को संभालने में अपना योगदान दिया। चार दिनों का महापर्व नहाय खाय से शुरू होकर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया।

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