विश्व कैंसर दिवस पर बैनर व पोस्टर का हुआ विमोचन, आमजन को किया जागरूक

  • मै हूं और मै रहूंगा.. जीवन के प्रति एक सकारात्मक नजरिया देती है कैंसर की यह थीम – डॉ. मसूरिया

बाड़मेर। इस वर्ष कैंसर जागरुकता अभियान की थीम ‘आई एम एंड आई विल’ है। यानि मैं हूं और मैं रहूंगा रखी गई है। यह थीम जीवन के प्रति एक सकारात्मक नजरिया देती है। थीम यह प्रचारित करती है कि किसी व्यक्ति के कार्य कैसे प्रभावी हो सकते हैं। हर क्रिया कैंसर से लड़ने के लिए मायने रखती है। “यह वर्ष सहयोग और सामूहिक कार्यवाही की हमारी स्थायी शक्ति की याद दिलाता है। जब हम एक साथ आने का विकल्प चुनते हैं, तो हम वह हासिल कर सकते हैं जिसकी हम इच्छा करते हैं। यानि कैंसर के बिना एक स्वस्थ, उज्जवल दुनिया।  ऐसे में आपके आसपास भी कोई ऐसा व्यक्ति है, जो कैंसर से लड़ाई लड़ रहा है, तो आप छोटे-छोटे प्रयास करके उसके जीवन में रंग भरकर उसके चेहरे पर एक मुस्कान ला सकते हैं। यह बात राजकीय चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी एल मसूरिया ने विश्व कैंसर दिवस पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कही। इस अवसर पर बैनर व पोस्टर का विमोचन आमजन में जागरूकता का संदेश दिया गया। 

उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पी सी दीपन ने कैंसर के खतरों के बारे में जागरुक और इसके लक्षण से लेकर इसके बचाव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कई लोगों का मानना है कि कैंसर छूने से भी फैलता है, जिसके कारण लोग कैंसर के रोगियों से अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, बल्कि ये धारणा पूरी तरह गलत है। हमें इन मरीजों से भेदभाव नहीं करना चाहिए, बल्कि हर जगह उनका साथ देते हुए आत्मविश्वास बढ़ाना चाहिए। 

कैंसर यूनिट प्रभारी डॉ हनुमान चौधरी ने कहा कि कैंसर कोई आम बीमारी नहीं है, बल्कि ये एक गंभीर बीमारी है। कई लोग इससे जंग जीत जाते हैं, तो कई लोग जिंदगी की रेस में हार भी जाते हैं। कैंसर भी कई तरह के होते हैं। इनमें स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, पेट का कैंसर, ब्लड कैंसर, गले का कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, अंडाशय का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, मस्तिष्क का कैंसर, लिवर कैंसर, बोन कैंसर, मुंह का कैंसर और फेफड़ों का कैंसर शामिल है।
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ ऊषा दुगड़ ने बताया कि कैंसर का इलाज काफी लंबा चलता है अगर कोई इस बीमारी का शिकार होता हैं, तो उसे कभी अंदर से हार नहीं माननी चाहिए। इससे बचने के लिए शराब का सेवन नहीं करना चाहिए और फाइबर युक्त डाइट लेनी चाहिए।

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इस अवसर पर पीएमओ डा बी एल मसूरिया, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पी सी दीपन, एनसीडी प्रभारी डॉ हनुमान चौधरी, डॉ ऊषा दुगड़, अर्बन डीपीएम अरविंद सागवा, ए आर टी सेंटर के डाटा मैनेजर अबरार मोहम्मद, प्रोग्राम असिस्टेंट तनु सिंह, एफसीएलसी राजेश मिश्रा, काउन्सलर रमेश राजपुरोहित, मुकेश भाटी सहित स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।