भीलवाड़ा। शाहपुरा जिले के जहाजपुर में जल झूलनी एकादशी के जुलूस के दौरान जमकर हंगामा हुआ। नारेबाजी के बाद भगदड़ मच गई। एक इमारत से जुलूस में शामिल लोगों पर पथराव किया गया। इसमें 8 साल के बच्चे समेत कुछ लोग चोटिल हो गए। घटना के विरोध में जहाजपुर के बाजार को 14 सितंबर की शाम 4 बजे बंद करा दिया गया। इसके बाद विधायक गोपीचंद मीणा की अगुवाई में कल्याणजी मंदिर के पास लोग धरने पर बैठ गए। धरना देर रात 11 बजे तक चला।
कलेक्टर बोले- उचित एक्शन लिया
शाहपुर जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया- घटना के तुरंत बाद मैं और एसपी राजेश कांवट मौके पर पहुंच गए थे। दोनों पक्षों को समझाया और मौके से हटाया। रात में पुलिस जाप्ता लगाया। जो उचित एक्शन लेना चाहिए वह लिया जा चुका है। कुछ लोगों को डिटेन किया, इनमें एक महिला भी है। रात में दो-तीन छुटपुट घटनाएं हुईं। अवैध अतिक्रमण के खिलाफ भी कार्रवाई हुई है। दो इमारतों के खिलाफ नोटिस जारी किए हैं। लोगों का कहना है कि निर्माण अवैध रूप से किया गया है। तालाब के पास कुछ अवैध केबिन हटाए गए। एसडीएम हालात देख रहे हैं। पुलिस ने माहौल बिगाडऩे के आरोप में 12 लोगों को डिटेन कर लिया था। रात 8.30 बजे विधायक की अगुवाई में धरने पर बैठे लोग बुलडोजर-बुलडोजर के नारे लगाने लगे। ये लोग उस इमारत को तोडऩे की मांग कर रहे थे, जहां से पथराव हुआ था। रात 8.30 बजे नगर पालिका मंडल जहाजपुर ने शाहपुरा रोड पर अवैध केबिन हटाने की कार्रवाई शुरू की। नगर पालिका चेयरमैन नरेश मीणा के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई।
नगर पालिका मंडल ने मांगे इमारतों के दस्तावेज
शनिवार दोपहर 3.15 बजे जल झूलनी एकादशी पर किले से जुलूस शुरू हुआ था। जुलूस शाम 4 बजे के करीब मार्केट में पहुंचा। यहां दूसरे पक्ष के लोगों ने नारेबाजी और हंगामा किया। इसके बाद माहौल गर्मा गया। मार्केट में एक इमारत से लगातार पत्थर बरसाए गए। इसका वीडियो भी सामने आया। घटना के विरोध में जहाजपुर विधायक गोपीचंद कल्याणजी मंदिर के पास धरने पर बैठ गए। गोद में 8 साल का बच्चा बैठा था, जिसके हाथ पर पट्?टी बंधी थी। दावा किया गया कि पत्थरबाजी में बच्चा घायल हो गया। विधायक ने जिस इमारत से पथराव किया गया उसे अवैध बताते हुए बुलडोजर चलाने की मांग कर डाली। शाम को नगर पालिका मंडल जहाजपुर ने भी दो इमारतों के स्वामित्व पट्?टा और निर्माण स्वीकृति के दस्तावेज 24 घंटे में पेश करने के ऑर्डर जारी कर दिए। लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि इतनी बड़ी संख्या में इमारत में पत्थर कहां से आए। लोगों ने मांग की कि पूरी इमारत की तलाशी ली जाए, वहां अवैध हथियार हो सकते हैं। इमारत को अवैध बताकर लोगों ने बुलडोजर चलाने की ही मांग की।
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