रिलायंस को भारी मुनाफा, 17,955 करोड़ पर पहुंचा प्रॉफिट

mukesh ambani
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पेट्रोकेमिकल से लेकर रिटेल में मिल रही शानदार बढ़त

मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज इन दिनों भारी मुनाफे में है। रिफाइनरी और पट्रोकैमिकल्स डिवीजन को ग्लोबल एनर्जी मार्केट में शानदार बढ़त मिल रही है। यही कारण है कि 30 जून 2022 को खत्म पहली तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी का नेट प्रॉफिट साल-दर-साल 46.3% बढ़कर 17,955 करोड़ रुपए हो गया है।

पिछले साल की समान तिमाही में यह 12,273 करोड़ था। ऑपरेशन से रेवेन्यू 2,23,113 लाख करोड़ रुपए हो गए जो पिछले साल 1,44,372 करोड़ रुपए थे। पहली तिमाही नतीजे शुक्रवार को घोषित किए। कंपनी के रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल डिवीजन से जून तिमाही के प्रदर्शन में मजबूती आई, जिसने टाइट ग्लोबल एनर्जी मार्केट में अब तक का सबसे ज्यादा तिमाही राजस्व दर्ज किया। रिलायंस के ऑयल टू केमिकल (O2C) सेगमेंट का ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस मजबूत रहा। इस कारण ऑपरेटिंग प्रॉफिट 62.6% बढ़कर 19,888 करोड़ रुपए हो गया। हालांकि कोविड महामारी के कम होने के बाद स्टोर पर कंज्यूमर लौटने लगे हैं। इस कारण इस तिमाही में फुटफॉल 17.50 करोड़ रहा, जो कोविड से पहले के लेवल की तुलना में 19 फीसदी ज्यादा है। RIL ने कहा कि कोविड की शुरुआत के बाद से यह पहली तिमाही थी जिसमें कोई ऑपरेटिंग डिसरप्शन नहीं हुआ।

बड़ी चुनौतियों से किया मुकाबला

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि जियोपॉलिटिकल संकट ने एनर्जी मार्केट को प्रभावित किया है। इस सेक्टर में बड़ी चुनौतियां होने पर भी ऑयल टू केमिकल बिजनेस ने अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। RIL के कंज्यूमर प्लेटफॉर्म की प्रोगेस से उन्हें खुशी है। इस सेक्टर में मजबूत सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर ने कंपनी कॉम्पिटिटिव प्राइसिंग बरकरार रखने में कामयाबी हासिल की है।

डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी बढ़ी ग्राहकों की संख्या

अंबानी का कहना है कि कंपनी का न्यू एनर्जी बिजनेस सोलर, एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस और हाइड्रोजन इको-सिस्टम में टेक्नोलॉजी लीडर्स के साथ पार्टनरशिप कर रहा है। ये साझेदारी हमें सभी भारतीयों के लिए क्लीन, ग्रीन और अफोर्डेबल एनर्जी सॉल्यूशन के सपने को साकार करने में मदद करेगी। वहीं डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी ग्राहकों की संख्या काफी मात्रा में बढ़ी है।

जियो का लाभांश बढ़ा

रिलायंस के टेलीकॉम आर्म जियो प्लेटफॉर्म्स का सालाना लाभांश 24.1 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 4,530 करोड़ रुपए हो गया। सालाना आधार पर 23.6 प्रतिशत से  बढ़कर 27,527 करोड़ रुपए नेट सेल्स हो गई। रिलायंस के एवरेज रेवेन्यू पर यूजर में सालाना आधार पर 27 फीसदी  की बढ़ोतरी हुई है। ये बढ़कर 175.70 रुपए प्रति माह हो गया है। तिमाही आधार पर ये 4.8% की ग्रोथ है।

ऑयल टू केमिकल सेगमेंट में रेवेन्यू बढ़ा

ऑयल टू केमिकल सेगमेंट में रेवेन्यू 56.7 प्रतिशत से बढ़कर 1,61,715 करोड़ हो गया। कच्चे तेल और प्रोडक्ट की कीमतें बढ़ने से पहली बार इतना रेवेन्यू बढ़ा है। वहीं रिलायंस ऑयल एंड गैस सेगमेंट का रेवेन्यू साल-दर-साल 183.0 फीसदी से बढ़कर 3,625 करोड़ हो गया। सेगमेंट EBITDA उछलकर 2,737 करोड़ हो गया। ऑपरेटिंग प्रॉफिट 243.4% बढ़कर 2,737 करोड़ रुपए हो गया।

रिलायंस रिटेल का भी प्रॉफिट बढ़ा

रिटेल बिजनेस के मामले में, नेट प्रॉफिट साल-दर-साल 114.2 फीसदी बढ़कर 2,061 करोड़ हो गया। ऑपरेशन से रेवेन्यू 53.7 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 51,582 करोड़ पर पहुंच गए। एबिटा साल-दर-साल 97.8 फीसदी बढ़कर 3,837 करोड़ रुपए हो गया।

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