प्रदेश में बर्ड फ्लू तेजी से फैल रहा, 5 और जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि

प्रदेश में अब बर्ड फ्लू तेजी से फैलने लगा है। शुक्रवार को भी प्रदेश के 5 और जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। इसके अलावा रणथंभौर नेशनल पार्क के नजदीक भी कौओं में वायरस की पुष्टि हुई है। अब 11 जिलों में वायरस मिल चुका है। बीते 24 घंटे में जिन जिलों के सैंपल पॉजिटिव आए हैं उनमें हनुमानगढ़, जैसलमेर, पाली, बांसवाड़ा और दौसा शामिल हैं। पहली बार एक साथ 5 जिलों में वायरस की पुष्टि हुई है।

चिंता यह भी है कि प्रदेश के 33 में से 30 जिलों में पक्षी मृत पाए गए हैं। इनके सैंपल भेजे गए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है लेकिन पशुपालन विभाग इन्हें प्रभावित जिले मान रहा है। अब तक कौओं में ही बर्ड फ्लू के केस मिल रहे थे, लेकिन अब प्रवासी पक्षियों में भी बर्ड फ्लू का वायरस मिल गया है।

हालांकि राहत की बात यह है कि राजस्थान में अब तक मुर्गियों में बर्ड फ्लू नहीं मिला है। इससे वेटलैंड में आने वाले प्रवासी पक्षियों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।

इधर, पक्षियों की मौत का सिलसिला अब भी जारी है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में 223 कौए मृत मिले हैं। इन्हें मिलाकर प्रदेश में 26 दिसंबर से अब तक 1687 कौए मृत मिल चुके हैं। इसके अलावा कई अन्य पक्षी भी मृत मिल चुके हैं।

हरियाणा और मध्य प्रदेश में मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि, प्रदेश में पोल्ट्री में अब तक एक भी केस नहीं आया है। मुर्गियों में फैलने वाला वायरस ही इंसानों के लिए घातक है। राजस्थान में बाहरी राज्यों से पॉल्ट्री की आवक नहीं होती। सिर्फ यहीं से बाहर सप्लाई हाेती है। इसलिए बाहरी राज्यों से पोल्ट्री के जरिए बर्ड फ्लू आने का खतरा कम है।