समुद्री सुरंग में दौड़ेगी बुलेट टे्रन

बुलेट टे्रन
बुलेट टे्रन

जानें कैसा होगा देश का पहला समुद्री टनल

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबसे बड़े प्रोजेक्ट में शामिल देश में बुलेट टे्रन दौड़ाने का काम जोरशोर से चल रहा है। इस टे्रन के लिए समुद्र में 21 किलोमीटर लंबा टनल तैयार होगा, जिसमें 300 किलोमीटर की रफ्तार से यह टे्रन दौड़ेगी। यह देश का पहला अंडर सी टनल होगा। नेशनल हाई स्पीलड रेलवे कॉरपोरेशन ने इसे बनाने के लिए बोलियां मंगाई है। बता दें कि कॉरपोरेशन ने पिछले वर्ष नवंबर में भी भूमिगत सुरंगों के निर्माण के लिए टेंडर निकाला था पर प्रशासनिक कारणों का हवाला देते हुए इसे रद्द कर दिया गया था। इस सुरंग का निर्माण महाराष्ट्र के ठाणे जिला के ब्रांद्रा-कुर्ला कॉम्पलेक्स और शिलफाटा के अंडरग्राउंड स्टेशनों को जोडऩे केक लिए किया जाएगा।

बुलेट टे्रन
बुलेट टे्रन

ठाणे की खाड़ी में बनने वाले इस सुरंग के निर्माण के लिए निकाले गए टेंडर डॉक्यूमेंट के अनुसार इस सुरंग का निर्माण टनल बोरिंग मशीन और न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड का इस्तेमाल करके किया जाएगा।बता दें कि इससे पहले दिल्ली-मुंबई रैपिड रेल ट्रांजिट परियोजना के लिए यमुना नदी में अंडर वाटर सुरंग बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। पर यह संभाव नहीं हो पाया। इसके साथ ही सड़क और रेल मंत्रालय ब्रह्मपुत्र नदी में भी एक सुरंग बनाने की योजना पर काम कर रहा है। जिसका इस्तेमाल वाहनों और ट्रेनों दोनों के परिचालन के लिए किया जा सकेगा।

ठाणे की खाड़ी में बनेगी सुरंग

एनएचएसआरसीएल के अनुसार ठाणे की खाड़ी में बनने वाली सुरंग एक सिंगल ट्यूब में की तकनीक पर आधारित होगी। इस ट्यूट के अंदर ही आने और जाने वाले दोनों ट्रैक होंगे। एनएचएसआरसीएल के अनुसार इस परियोजना में सुरंग स्थाना से सटे 37 स्थानों पर 39 उपकरण कक्ष भी बनाए जाएंगे। देश में समुद्र के भीतर पहली बार बनने वाले वाले टनल का निर्माण भूतल से करीब 25 से 65 मीटर नीचे किया जाएगा। इसका सबसे गहरा निर्माण स्थल मुंबई के शिलफाटा के पास पारसिक पहाड़ी से 114 मीटर नीचे होगा। इस परियोजना के लिए 13.1 मीटर व्यास के कटर हेड वाली टनल बोरिंग मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा।

2026 तक देश में बुलेट ट्रेन दौड़ाने का है लक्ष्यबुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत समुद्र के भीतर टनल बनाने की यह देश में अपने तरह की पहली परियोजना है। इसके निर्माण के लिए बोलियां जमा करने की अंतिम तिथि 29 जनवरी 2023 की तय की गई है। बता दें कि रेल मंत्रालय को उम्मीद है कि वर्ष 2026 में गुजरात में 50 किलोमीटर के रूट पर बुलेट ट्रेन का पहला ट्रायल रन शुरू हो जाएगा।

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