खून की ज़रुरत का अंदाजा नहीं लगा सकते, इसलिए सभी नियमित रूप से रक्तदान करें

  • रक्तदान पर जागरुकता सेमिनार
  • खून की निश्चित आयु है, इसलिए नियमित रूप से ब्लड डोनेट करें

हनुमानगढ़। ह्यूमन सोशल फाउंडेशन द्वारा रविवार को जंक्शन स्थित श्री दुर्गा मंदिर धर्मशाला में रक्तदान जागरुकता सेमिनार एवं सम्मान समारोह आयोजित किया। इस दौरान सदस्यों को रक्तदान से संबंधित आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए एनबीटी और एसबीटीसी नियमों के अनुसार ब्लड बैंक को कार्य करने के लिए प्रेरित किया। फाउंडेशन सदस्य सचिन सिंगला ने बताया कि हमें लोगों को अधिक से अधिक रक्तदान करने के प्रति जागरुक करना होगा।

देश की आबादी का एक प्रतिशत लोग भी अगर रक्तदान करें, तो रक्त की आवश्यकता को पूरा किया जा सकता है। लेकिन कुछ भ्रांतियों के कारण लोग रक्तदान करने से बचते हैं। इसलिये रक्तदान के प्रति जागरुकता अत्यंत जरूरी है। हमारी कोशिश यही है कि किसी की मृत्यु रक्त की कमी से न हो। इसके लिए स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमें इस कार्य को निस्वार्थ भाव से करना होगा।

इस मौके पर मुख्य अतिथि नगरपरिषद सभापति गणेशराज बंसल, राजस्थान जूडो एसोसिएशन प्रदेश कोषाध्यक्ष तरुण विजय, यातायात थानाप्रभारी अनिल चिंदा, समाजसेवी प्रो. सुमन चावला, भटनेर किंग्स क्लब अध्यक्ष कुलभूषण जिंदल, भीष्म कौशिक, लॉयन्स क्लब अध्यक्ष कमलजीत सैनी, एमजेएफ मोहित बलाडिया, मालवा हॉकी अकादमी से मलकीत सिंह मान, पार्षद बलराज सिंह दानेवालिया थे।

सचिव सिंगला ने बताया कि एचएसएफ सोसायटी द्वारा कोरोना काल के दौरान रक्तदान और प्लाज्मा दान के कार्यों से मरीजों को लाभ मिला है। यह गर्व की बात है कि ये संस्था के सदस्य पूरे देश में सबसे बड़ा रक्त बैंक है। उन्होंने बताया कि किसी की जिंदगी बचाने के लिए किया गया रक्तदान सबसे बड़ा दान है। रक्तदान करना दिल की सेहत को सुधार सकता है और दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है। हमें लोगों में अधिक से अधिक जागरुकता लानी है ताकि किसी भी तरह की कोई कालाबाजारी ना हो सके।

वक्ताओं ने बताया कि रक्त की एक निश्चित लाइफ होती है। एक साथ रक्तदान शिविर के आयोजनों और किसी खास अवसर पर रखने के चलते कई बार काफी अधिक रक्त संग्रहित हो जाता है। किसी मरीज को कब खून की ज़रुरत हो ऐसा अंदाजा नहीं लगाया जा सकता इसलिए ब्लड बैंकों और हॉस्पिटल्स को शिविर आयोजित करने पड़ते हैं। ऐसे में अनुसार किसी खास अवसर पर रक्तदान करने के बजाए नियमित रूप से ब्लड डोनेट करना अधिक प्रभावी होता है।

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