जयपुर। दिल्ली के एम्स अस्पताल में पैर के कैंसर के इलाज के लिए आई अजमेर जिले के पुष्कर की बालिका, विशाखा को अस्पताल से अचानक छुट्टी देने के उपरांत उसके पैदल ही अपने पैतृक गांव के लिए निकलने की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली स्थित राज्य सरकार के अधिकारियों के माध्यम से तुरंत अजमेर भिजवाने की व्यवस्था करवाई।
दिल्ली से अजमेर के लिए पैदल जा ही कैंसर पीडि़ता को मिली गहलोत की मदद
कोराना जैसी वैश्विक महामारी के मरीजों के ईलाज के कारण दिल्ली के एम्स अस्पताल में ओ.पी.डी बंद होते ही कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए भर्ती पुष्कर की विशाखा को अचानक अस्पताल से बीच ईलाज में ही छुट्टी दे दी गई। जिसके उपरांत सार्वजनिक एवं निजी वाहनों की अनुपब्लधता के कारण वे परिवार सहित पैदल ही अपने पैतृक स्थान पुष्कर के लिए रवाना हो गई।
अस्पताल की बेरुखी का शिकार हुई विशाखा की इस घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके लिए स्वयं संज्ञान लेते हुए इस संबंध में अजमेर एवं दिल्ली स्थित अधिकारियों को निर्देश प्रदान कर तुरंत कार्यवाही के निर्देश प्रदान किए।
दिल्ली स्थित राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने तुरंत विशाखा और उसके परिजनों से संपर्क स्थापित कर उनके रात्रि विश्राम एवं भोजन की व्यवस्था करवाई।
इसके उपरांत दिल्ली पुलिस कमिश्नर और एम्स के डायरेक्टर से बात कर विशाखा के इलाज की मुकम्मल व्यवस्था भी सुनिश्चित की।
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एम्स प्रशासन के डॉक्टरों एवं अधिकारियों से वार्ता कर विशाखा का पुनः ईलाज शुरू करवाया।
धीरज श्रीवास्तव ने अजमेर जिला कलेक्टर से वार्ता कर तुरंत एम्बूलेंस की व्यवस्था करवाकर राज्य सरकार के सहयोग से दवाईयों इत्यादि का प्रबंध कर विशाखा को अजमेर भिजवाया। आगे के इलाज के लिए एम्स चिकित्सकों द्वारा विशाखा को 2 महीने बाद फिर से दिल्ली बुलाया है।