सीएम गहलोत ने मौसम विभाग का चेतावनी सिस्टम दुरूस्त करने के निर्देश दिए, कहा-आकाशीय आपदा का अलर्ट अब आम लोगों को भी देंगे

प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी आकाशीय बिजली दुखांतिका में रविवार को एक ही दिन में 23 लोगों की मौत हो गई। इनमें आमेर महल के सामने वॉच टावर पर बिजली गिरने से दम तोडऩे वाले 11 लोग भी शामिल हैं। प्रदेश में कुल 27 लोग घायल हुए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए व घायलों को 2-2 लाख रु. की सहायता राशि जारी करने के निर्देश दिए हैं।

एसडीआरएफ नॉर्म्स में घायलों को 50-50 हजार रु. राशि देने का ही प्रावधान है। ऐसे में शेष राशि सीएम सहायता कोष से दी जाएगी। राज्य सरकार ने कलेक्टरों को 1.65 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए हैं। कलेक्टर्स को निर्देश दिए गए हैं कि पीडि़तों को यह राशि तुरंत ही उपलब्ध कराई जाए।

सीएम ने आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया। साथ ही मौसम विभाग का चेतावनी सिस्टम दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए। कहा कि विभागों के साथ-साथ अतिवृष्टि, ओलावृष्टि, तूफान, बिजली गिरने जैसी प्राकृतिक आपदाओं की चेतावनी आम जनता को भी दी जाए।

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