नए चिकित्सा महाविद्यालयों का निर्माण शीघ्र पूर्ण कर जनता को पहुंचाएं राहत: मुख्य सचिव

जयपुर। मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा है कि नए बन रहे 16 राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों की निर्माण प्रक्रिया में तेजी लाकर इन्हे शीघ्रातिशीघ्र पूरा किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नए चिकित्सा महाविद्यालयों का इंफ्रास्ट्रक्चर इस तरह से विकसित किया जाए कि आने वाले कई वषोर्ं की आवश्यकता पूर्ण हो सके। 

आर्य सोमवार को शासन सचिवालय से वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में फेज-I,II और III के तहत बन रहे विभन्न चिकित्सा महाविद्यालयों की निर्माण प्रक्रिया पर चर्चा की गई। विशेषतौर पर अलवर में बनने वाले मेडिकल कॉलेज के संबंध में मुख्य सचिव ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

बैठक में चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री वैभव गालरिया ने बताया कि श्रीगंगानगर, चित्तौड़गढ़, सिरोही और धौलपुर जिला मुख्यालयों पर प्रस्तावित चिकित्सा महाविद्यालयों के कार्यादेश जारी किए जा चुके हैं। साथ ही, दौसा, बूंदी, हनुमानगढ़ और बांसवाड़ा मेडिकल कॉलेजों के टेंडर खोले जा चुके हैं। इसी तरह, नागौर, टोंक, करौली, जैसलमेर और सवाईमाधोपुर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेजों की डीपीआर मंजूर की जा चुकी है तथा शीघ्र ही इनके टेंडर जारी कर दिए जाएंगे। 

बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री राजेश यादव, महानिदेशक (जेल) श्री भूपेंद्र कुमार दक और चिकित्सा शिक्षा आयुक्त श्रीमती शिवांगी स्वर्णकार के साथ ही अलवर जिला कलेक्टर और विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।