ईआरसीपी को चुनावी मुद्दा बनाएगी कांग्रेस, गहलोत ने शुरू की मुहिम

राज्य सरकार के सीमित संसाधनों से ईआरसीपी को पूरा करने में 15 साल लगेंगे : गहलोत

जयपुर। ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को सीएम अशोक गहलोत ने चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। ईस्टर्न कैनाल को नेशनल प्रोजेक्ट घोषित करने के मुद्दे पर अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर मुहिम शुरू की है। ‘ईआरसीपी नेशनल प्रोजेक्टÓ बनाओ के हैशटैग के साथ ट्वीटर और दूसरे सोशल मीडिया पर आज से गहलोत ने मुहिम छेड़ी है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के शनिवार को जयपुर में पीएम मोदी की तरफ से कोई वादा नहीं करने का चैलेंज देने के बाद से इस मामले में सियासत गर्माई हुई है।
सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह को निशाने पर लेने के अलावा राज्य सरकार के बजट से भी ईस्टर्न कैनाल का काम शुरू करवाने की बात कही है।

गहलोत ने लिखा- हमारी मंशा है कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) का काम जल्द पूरा हो जिससे पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को पेयजल व सिंचाई का पानी मिल सके। प्रदेश सरकार ने ईआरसीपी पर अभी तक करीब 1000 करोड़ का खर्च किए हैं, इस बजट में 9600 करोड़ प्रस्तावित किए हैं।
गहलोत ने आगे लिखा है-राज्य सरकार के सीमित संसाधनों से इस परियोजना को पूरा होने में 15 साल लग जाएंगे और परियोजना की लागत भी बढ़ती जाएगी।

केंद्र सरकार इसे राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देती है तो वहां से ग्रांट मिलने पर काम भी तेजी से पूरा होगा और कम लागत में काम हो सकेगा।
गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया- यह समझ के परे है कि राजस्थान जैसे रेगिस्तानी और जल अभावग्रस्त राज्य को पानी की परियोजना को नेशनल प्रोजेक्ट का दर्जा नहीं मिलेगा तो किस राज्य को मिलेगा? यह स्थिति तो तब है जब यहां के सांसद ही जलशक्ति मंत्री हैं पर वो प्रदेश के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं।