कोरोना का खतरा, बस-रेलवे स्टेशन पर नहीं हो रही सैंपलिंग

जयपुर में कोरोना
जयपुर में कोरोना

एयरपोर्ट पर जांच के 2 काउंटर, जयपुर में मिले 17 केस

राजस्थान समेत पूरे देश में कोरोना को लेकर अलर्ट जारी हुआ है। राज्य में हेल्थ डिपार्टमेंट और उनके अधिकारी इस महामारी को लेकर अब उतना गंभीर नहीं दिख रहे है। यही कारण है कि स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से दो दिन पहले जारी गाइड लाइन के मुताबिक अब तक जयपुर में रेंडम सैंपलिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं की है। इधर केन्द्र सरकार ने आज सभी राज्यों को एक आदेश जारी करते हुए अपने यहां सभी हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था रखने के निर्देश दिए है।

जयपुर में कोरोना
जयपुर में कोरोना

स्वास्थ्य निदेशालय राजस्थान ने 23 दिसंबर को एक गाइडलाइन जारी की थी। इसमें सभी जिलों के सीएमएचओ को अपने-अपने एरिया में भीड़-भाड़ वाले एरिया जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड, सब्जी मंडी, स्कूल समेत अन्य जगहों पर रेंडम सैंपलिंग शुरू करने के आदेश जारी किए थे। लेकिन जयपुर सीएमएचओ की ओर से दूसरे दिन भी रेंडम सैंपलिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं करवाई। पर्यटन सीजन शुरू हो गया है और बड़ी संख्या में दूसरे शहरों और राज्यों से लोग विंटर वैकेशन मनाने जयपुर पहुंच रहे है। इस कारण रेलवे स्टेशन और बस स्टेण्ड पर इन दिनों जबरदस्त भीड़ है।

निदेशालय को भेजा स्टाफ के लिए लेटर

जयपुर सीएमएचओ सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य निदेशालय को सीएमएचओ की ओर से स्टाफ, वाहन व अन्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए पत्र लिखा है। जयपुर सीएमएचओ ने अपने यहां सैंपलिंग करने और उन्हें टेस्टिंग लैब तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त स्टाफ और संसाधन नहीं होने की बात कही है।एयरपोर्ट पर दो काउंटर लगाकर

सैंपलिंग शुरू

इधर जयपुर इंटरनेशन एयरपोर्ट पर आज से रेंडम सैंपलिंग शुरू कर दी है। आज दोपहर करीब 1 बजे एक प्राइवेट चार्टर विमान विदेश से आया था, जिसमें आए सभी पैसेंजर्स की थर्मल स्क्रीनिंग करके उनके सैंपल लिए गए है। एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक यहां दो काउंटर लगाए गए है। इसमें एक पर स्क्रीनिंग का काम किया जा रहा है, जबकि दूसरे पर सैंपल लेने का काम। यहां इंटरनेशनल फ्लाइट से आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग करने के साथ 2 फीसदी यात्रियों के रेंडम सैंपल लिए जा रहे है।

केन्द्र का राज्यों को अलर्ट, ऑक्सीजन की रखे पर्याप्त व्यवस्था

इधर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेट्री डॉ. मनोहर अगनानी ने आज एक पत्र सभी राज्यों के हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रिंसीपल सेक्रेट्री को लिखा है। इसमें उन्होंने कोरोना महामारी की आशंका को देखते हुए हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद केन्द्र सरकार के सहयोग से जो ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेण्डर की व्यवस्था की गई थी उन्हें फंक्शनल मोड पर रेडी करने के निर्देश दिए है।

1 हजार मीट्रिक टन की ऑक्सीजन की व्यवस्था

जयपुर में कोरोना
जयपुर में कोरोना

राजस्थान के हेल्थ सेक्रेट्री डॉ. पृथ्वी के मुताबिक राजस्थान में अभी 1 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन का बैकअप उपलब्ध है। हमारे यहां कोरोना महामारी के दौरान जो ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए गए थे उसमें 95 फीसदी फंक्शनल है। इसके अलावा 50 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर भी है। उन्होंने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में जब डेल्टा वैरियंट आया था और हॉस्पिटलों में बैड फुल हो गए थे, तब हमे अधिकतम 600-700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी थी और अभी हमारे पास 1 हजार मीट्रिक टन का बैकअप है।

जयपुर में शनिवार को 17 केस

राजधानी जयपुर में शनिवार को कोरोना के 17 पॉजिटिव केस मिले है। जयपुर सीएमएचओ से जारी रिपोर्ट के मुताबिक आज झोटवाड़ा, शास्त्री नगर में 2-2 और आमेर, बनीपार्क, बस्सी, चांदपोल, सिविल लाईन्स, गलता गेट, कोटपूतली, शाहपुरा, सिरसी, सोडाला और ट्रांसपोर्ट नगर में एक-एक केस मिला है। जयपुर में अभी एक्टिव केसों की संख्या 70 से ज्यादा हो गई है।

27 दिसंबर को होगी मॉकड्रिल

कोविड की नई वेब आने की आशंका को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 27 दिसंबर को देश के सभी राज्यों को मॉकड्रिल करने के आदेश दिए है। इसमें सभी हॉस्पिटल में लगे ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को फुल कैपेसिटी के साथ चलाने, ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेट चलाने के साथ ही क्षमता के चैक करने के साथ हॉस्पिटल में पर्याप्त स्टाफ जैसे डॉक्टर, नर्स, लैब असिस्टेंट आदि की उपलब्धता की जांच करने के लिए कहा है। ये मॉकड्रिल जिलों में कलेक्टर की मॉनिटरिंग में की जाएगी।

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