रचनाकार सम्मेलन : कलम के कलाकारों का सम्मान

रचनाकार सम्मेलन
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कोटा। करसो खेत खलांण ग्रामीण साहित्य एवं संस्कृति संवद्र्धन समिति ढोटी के तत्वावधान में रविवार को ढोटी गांव में धन्नालाल मेघवाल की स्मृति में साहित्यकार सम्मान कार्यक्रम हुआ। गोपी बाई मेघवाल की स्मृति में जामण संघर्ष सम्मान व गजानंदराव स्मृति सम्मान, शिक्षक सम्मान, ग्राम गौरव सम्मान व प्रतियोगिताओं के विजेताओं का सम्मान किया गया। संस्थापक व आयोजक साहित्यकार जगदीश भारती ने बताया कि मुख्य विधायक भरतसिंह, बतौर अध्यक्ष गीतकार, कवि व साहित्यकार मुकुट मणिराज, विशिष्ट-अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार सत्येंद्र सवितेंद्र, संपादक भवानी सिंह, प्रो. अनिता वर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष पूजा सिंह, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष कुशलपाल सिंह, सरपंच शकुन्तला मेघवाल और युवा नेता लोकेश गुंजल मंचासीन रहे।

इनका हुआ सम्मान

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कार्यक्रम का प्रारंभ कवि रामभरोस नागर की सरस्वती वंदना से हुआ। मंचासीन अतिथियों का सम्मान किया गया। कवि साहित्यकार देवकी दर्पण को धन्नालाल मेघवाल स्मृति पुरस्कार तथा कंवरी बाई मेघवाल को जामण संघर्ष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए मुकुट मणिराज ने कहा राजस्थानी भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल करने के लिए साहित्यकारों से एकजुट होने का आव्हान किया।

भाषा की विलुप्ती पर जताई चिंता

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विधायक भरतसिंह ने अपने हाड़ौती भाषा की लुप्तिकरण पर चिंता जताई। इस लोक भाषा को जीवित रखने पर जो दिया। कवि व साहित्यकार देवकी दर्पण द्वारा रचित पुस्तक ‘जांण जातरी जाणÓ का विमोचन किया गया। गोपीबाई मेघवाल जामण संघर्ष सम्मान बिरधी बाई गुर्जर के पुत्र कवि मकुट मणीराज को प्रदान किया गया।

समारोह का दूसरा सत्र

गजानंद राव स्मृति साहित्यकार सम्मान, ईमानदार शिक्षक सम्मान व ग्राम गौरव सम्मान दोपहर बाद आरंभ हुआ। बतौर मुख्यअतिथि उप जिला प्रमुख छीतरलाल मेघवाल बारां, अध्यक्ष वरिष्ठ कवि व व्यंग्यकार गिरिराज आमेठा, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार, अम्बिका दत्त चतुर्वेदी, दिनेश सिंह, पंस. सदस्य जगदीश मेघवाल, वरिष्ठ साहित्यकार सीएल सांखला, चेतन्य मालव व सत्यदेव सवितेंद्र मंचासीन रहे। अतिथियों का माल्यार्पण व साफा बांधकर स्वागत किया गया। पत्रकार सुखदेव राव को गजानन्द राव स्मृति सम्मान किया गया। अरविंद माहेश्वरी को ईमानदार शिक्षक सम्मान मिला। वयोवृद्ध मांगीलाल मेघवाल को ग्राम गौरव सम्मान से नवाजा गया।

प्रतियोगिता के विजेता सम्मानित

दीपावली पर संस्था द्वारा आयोजित मांडना, गाय-बैल पूजन, गृह सज्जा, गोवर्धन पूजन, हीड गायन, रंगोली, भित्त लेखन, ढाई कड़ी रामायण गायन जैसी विभिन्न लोक कलाओं व विधाओं के संदर्भ में आयोजित प्रतियोगिताओं में भाग लेकर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को नकद राशि व प्रशस्ति पत्र दिए गए। संचालन कवि दिनेश मालव ने किया।
संस्था संस्थापक व अध्यक्ष जगदीश भारती ने बताया कि लोक साहित्य, मायड़ भाषा, लोक संस्कृति के संरक्षण व संवद्र्धन के लक्ष्य को साधने के लिए करसो खेत खलांण की 33 शाखाएं अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह कर रही हैं। इस अवसर पर बूंदी जिले के तीरथ कस्बे में नई शाखा खोलने की भी घोषणा की गई।

कार्यक्रम का तीसरा चरण

तीसरे चरण में रचनाकार कवि सम्मेलन महावीर जंगम द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ। सम्मेलन में जिला परिषद कोटा के जिला प्रमुख मुकेश मेघवाल मुख्य अतिथि, चूरू के वरिष्ठ साहित्यकार मंगल भारती अध्यक्ष तथा वरिष्ठ साहित्यकार शिवचरण शिवा, जगदीश झालावाड़ी विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कवि सम्मेलन में वरिष्ठ कवि रामकरण प्रभाती, देवकी दर्पण, नंदू मस्ताना, कवि आरसी आदित्य, जगदीश भारती, नाथूलाल निर्भय, रमेश रसिक, सूरजमल मियाडा, दुर्गाशंकर बैरागी, महावीर रैनवाल, सुरेश यादव, हरिराम मीणा, सोभागमल वैष्णव, ओम प्रकाश वर्मा, ओमप्रकाश केवट, विजय कुमार तस्वीर, दीनबंधु मीणा, सत्यप्रकाश गौतम, मुरलीराम मीणा, विकास टेलर, रामस्वरूप मेधावी, बाल कवियत्री कुमारी देवेश देविका, मनीष मेहरा, मोहनलाल वर्मा, सत्यनारायण स्वदेशी, राधेश्याम जटियाल, मुकेश गौतम, कैलाश मयुर, सहित दर्जनों कवियों ने विभिन्न विषयों पर अपनी मौलिक रचनाएं सुनाकर श्रोताओं को रात्रि तीन बजे तक बांधे रखा। संचालन महावीर जंगम और रोहित दाधीच ने किया।

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