शादी के घर में सिलेंडर फटे, अब तक 5 मौतें

जोधपुर हादसा
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दूल्हा तैयार हो रहा था तभी हुए धमाके, जोधपुर में घायलों से मिले सीएम

जोधपुर। जोधपुर में शादी के घर में हुए सिलेंडर ब्लास्ट में आज सुबह इलाज के दौरान तीन महिलाओं की मौत हो गई। गुरुवार को हुए इस हादसे में अब तक दो बच्चों सहित कुल 5 लोगों की जान चली गई है, जबकि 40 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर है। सभी का जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घायलों से मिलने के लिए हॉस्पिटल पहुंचे। सुबह जोधपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों को बचाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसकी जांच होगी। आज सुबह सांसद हनुमान बेनीवाल भी घायलों से मिले थे।

जोधपुर हादसा
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वहीं, डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप कच्छावा ने हादसे में गंभीर रूप से झुलसी तीन महिलाओं धापू कंवर, कंवरू और चंदन कंवर की आज हुई मौत की पुष्टि की है। इस भीषण हादसे में करीब 20 परिवारों के 60 से ज्यादा लोग झुलसे हैं। वहीं, दो घरों में शादियों की खुशियां मातम में बदल गई हैं। जब ब्लास्ट हुआ उस वक्त दूल्हा तैयार हो रहा था।

जोधपुर से करीब 110 किलोमीटर दूर शेरगढ़ तहसील के भूंगरा गांव में यह हादसा हुआ। यहां एक गांव में एक के बाद एक पांच सिलेंडर ब्लास्ट हुए और पूरा गांव दहल गया। जले हुए लोगों को जब जोधपुर के हॉस्पिटल लाया गया तो उन्हें देखकर हर कोई सिहर गया।

जिस समय हादसा हुआ उस दौरान दूल्हा सुरेंद्र सिंह और उसके परिवार के लोग बारात की तैयारी कर रहे थे। महिलाएं मंगल गीत गा रही थीं। बहनें इंतजार कर रही थीं कि कब उनका भाई शादी के फेरों के लिए रवाना होगा। पूरा गांव परिवार की खुशी में शामिल होने आया हुआ था। अचानक एक गैस सिलेंडर में लीकेज से आग भड़की और देखते ही देखते पांच सिलेंडर ब्लास्ट हो गए। इस ब्लास्ट में सुरेंद्र सिंह का पूरा घर तबाह हो गया। घर में जो टैंट लगाया था वह भी जल गया। परिजनों ने बताया कि आंगन में बैठी महिलाओं पर एक गैस सिलेंडर आकर गिरा। ऐसे में कई महिलाएं झुलस गईं।

दुल्हन के लिए जो शादी का जोड़ा रखा था वह भी इस आग में जल गया। अचानक घर से चीख-पुकार सुन आस-पास के लोगों पहुंचे तो हालात देख वे भी हैरान हो गए। जैसे-तैसे घर में रखे दूसरे सिलेंडरों को बाहर निकाला गया। अंदर जो महिलाएं व बच्चियां थीं उन्हें भी बाहर लेकर आए और हॉस्पिटल पहुंचाया।

दो दिन से चल रहे थे फंक्शन

जोधपुर हादसा
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मैं दो दिन पहले ही अपने ससुराल भांडू से भूंगरा आई थी। गुरुवार को बारात नजदीक के गांव खोखसर जानी थी। घर रिश्तेदारों से भरा हुआ था। बारात निकलने से पहले की रस्में की जा रही थीं। सभी बारात में जाने के लिए तैयार हो रहे थे। महिलाएं बारात जाने से पहले गीत गा रही थी।

मैं तैयार होने के लिए पास के घर में गई थी। इसी दौरान तेज धमाकों के साथ आवाज आने लगी। गंवरी ने बताया कि जब दौड़कर भाई के घर आई तो देखा की घर आग की लपटों से घिर है और महिलाओं व बच्चों के चिल्लाने की आवाज आ रही है।

जोधपुर हादसा
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गंवरी ने बताया कि घर में उनकी मां और भाभी थे जो इस हादसे का शिकार हो गए। वहीं, पड़ोसी प्रमोद ने बताया कि घर में तीन-चार दिन से फंक्शन चल रहा था। सभी बारात को लेकर तैयारी कर रहे थे, लेकिन जो हादसा हुआ कुछ समझ नहीं आया। घायलों को अस्पताल लेकर शेरगढ़ पहुंचे थे। वहां से इन्हें जोधपुर लेकर आया हूं। दोपहर में बारात जानी थी, लेकिन इससे पहले ही हादसा हो गया। उन्होंने बताया कि शादी के लिए करीब 20 सिलेंडर लाए गए थे।

स्टोर में रखे सिलेंडरों में लीकेज फिर ब्लास्ट

परिवार के सदस्यों के अनुसार सुबह से गैस रिसाव की गंध आ रही थी। हलवाई ने भट्टी के पास के सिलेंडर तो चैक किए, लेकिन स्टोर के सिलेंडर चैक करना भूल गया। धीरे-धीरे गैस आंगन तक पहुंच गई और जैसे ही गैस भट्टी तक पहुंची तो चारों ओर आग फैल गई।

भट्टी के पास लगे सिलेंडर ने आग पकड़ ली और ब्लास्ट हो गया। जिस समय हादसा हुआ उस समय घर का आंगन लोगों से भरा था और बारात निकलने की तैयारी हो रही थी। आग इतने तेजी से फैली कि महिलाओं की साडिय़ां उनसे बुरी तरह चिपक गईं।

12 साल के करण सिंह की मां, दादी और बहन तीनों जल गए

दूल्हे सुरेन्द्र के घर के पड़ोस में रहने वाला 12 वर्षीय करण सिंह ने बताया कि वह बाहर खेल रहा था सुरेन्द्र के घर में मां उसकी बहन व दादी थी, अचानक गैस की टंकी फटी और लोग झुलस गए। मां, दादी व बहन के साथ वह भी शेरगढ़ के अस्पताल गया और उनके साथ ही जोधपुर आया।

वहीं, गांव की रहने ववाली सुआ ने बताया कि उसकी भाभी भी हादसे के शिकार हो गई है। हादसे के बाद कुछ समझ नहीं आया कि आखिर हुआ क्या। बच्चे भी जले हैं। घर के लोगों को जब इस हाल में देखा तो दिल दहल गया।

परिवार की मांडू देवी ने बताया कि वह तैयार होकर बाहर ही निकली थी कि अचानक जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज आने लगी। मांडू जब अस्पताल पहुंची तो गहने पहन रखे थे। उसने बताया कि घर का पूरा सामान जल गया। दीवारों में दरारें तक आ गई। जैसे-तैसे जान बचाई और इन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया।

आटा-साटा में हो रही थी शादी

इस हादसे के बाद दो शादियां टल गई हैं। दूल्हे सुरेंद्र सिंह की बारात बाड़मेर के खोखसर जानी थी, जबकि साले की बारात सुरेंद्र सिंह की बुआ के बेटे भालू राजवां निवासी पदम सिंह के यहां आनी थी। पदम सिंह की की बेटी की सगाई सुरेंद्र सिंह के साले से आटे-साटे में हुई थी।

भूंगरा उप सरपंच ने बताया कि सुरेंद्र सिंह के पिता सगत सिंह सहित तीन भाइयों का परिवार एक ही खेत में पास-पास रहता है। सगत सिंह के दो बड़े भाई हमीर सिंह व नरपत सिंह की मौत हो चुकी है। नरपत सिंह के एक बेटे सहित पूरा परिवार पास ही ही में स्थित देव स्थान पर धोक लगाने गया था और पीछे ये हादसा हो गया। आस-पास के 15 से 20 परिवारों से कोई न कोई सदस्य झुलस गया।

7 लाख रुपए की आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी जो घायल है उनका इलाज किया जा रहा है। इसके साथ ही 1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। साथ में मृतकों के परिजनों को को चिरंजीवी के तहत 5 लाख और सीएम रिलीफ फंड से दो लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

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