शहद को लेकर डाबर और मैरिको में मची जंग

FMCG सेक्टर की दो प्रतिद्वंदी कंपनियों डाबर और मैरिको के बीच शहद की शुद्धता को लेकर विज्ञापनबाजी शुरू हो गई है। दोनों में शहद उत्पादों को लेकर विज्ञापन युद्ध छिड़ गया है। इससे दोनों कंपनियां एक दूसरे के विज्ञापनों को झूठा साबित करने में लगी हैं।

उधर दूसरी ओर मैरिको ने एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड काउसिंल ऑफ इंडिया (ASCI) में शिकायत दर्ज कराई है। डाबर भी विज्ञापन नियामक से मैरिको के सफोला शहद के नमूनों के बारे में शिकायत दर्ज कराने की सोच रही है। यह विज्ञापन सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (CSE) के उस रिपोर्ट के बाद शुरु हुआ है जिसमें बताया गया है कि डाबर, पतंजलि, बैद्यनाथ, झंडू, हितकारी और एपीआईएस हिमालया सहित शहद के दस ब्रांड शुगर सिरप की मिलावट कर रहे हैं। ये सभी न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेइंस स्पेक्ट्रोस्कोपी (NMR) टेस्ट में फेल हो गए। CSE की रिपोर्ट को इन ब्रांड्स ने हालांकि नकार दिया है।

मैरिको के प्रवक्ता ने कहा कि मैरिको ने 3 दिसंबर को ASCI के पास शिकायत दर्ज कराई। इसमें डाबर के इस दावे को चुनौती दी गई है कि डाबर हनी ने NMR टेस्ट पास कर लिया है। शिकायत को ASCI ने स्वीकार कर लिया है और आगे की सुनवाई के लिए रिकार्ड में ले लिया है। कंपनी ने अपने उत्पाद डाबर हनी के लिए एनएमआर में जांच की गई शुद्ध शहद के मैरिको के दावे के खिलाफ एएससीआई के पास अक्टूबर में एक इंट्रा इंडस्ट्री शिकायत दायर की थी। इस दावे को ASCI ने बरकरार रखा था।