ब्राजील में राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं। रियो डी जनेरियो में हजारों लोग ढोल की थाप पर मार्च करते हुए ‘बोल्सोनारो गद्दी छोड़ो के नारे लगा रहे थे। इसकी वजह है कोरोना को लेकर बोल्सोनारो की नीतियां और वैक्सीन खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप। बोल्सोनारो पहले तो कोरोना को फ्लू की तरह एक सामान्य बीमारी बताते रहे, इस वजह से देश में समय रहते इसकी रोकथाम के उपाय नहीं किए जा सके।
लोगों में इसे लेकर पहले से आक्रोश था। बोल्सोनारो की इन ढुलमुल नीतियों की वजह से देश में पांच लाख से अधिक महामारी से मौत हो चुकी है। अब ताजा विवाद वैक्सीन खरीद में रिश्वत मांगने के आरोपों का है। सुप्रीम कोर्ट ने इसकी जांच के आदेश भी दिए हैं।
वहीं, विपक्षी दलों के 100 नेता बोल्सोनारो पर महाभियोग चालने का ड्राफ्ट भी प्रस्तुत कर चुके हैं। उनका कहना है कि 2016 में जिस तरह आक्रोशित लोगों ने प्रदर्शनों के बाद राष्ट्रपति डिल्मा रूसेफ को हटाया, वैसे ही प्रदर्शन अब हो रहे हैं। साओ पाउलो के कांग्रेस के सदस्य जॉइस हैसलमैन कुछ समय पहले तक बोल्सोनारो के कट्टर समर्थक थे, अब वे कहते हैं कि कोरोना को लेकर बोल्सोनारो ने जो अपराध किए हैं वे क्षमा योग्य नहीं।
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