डिप्टी सीएम केशव प्रसाद को यूपी का सीएम बनने का ऑफर

केशव प्रसाद

सौ विधायकों के साथ आने पर अखिलेश ने दिया मुख्यमंत्री बनने का ऑफर

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया यानी अखिलेश यादव के एक बयान से उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल खड़ा हो गया है। उन्होंने खुले मंच से यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को मुख्यमंत्री बनाने का ऑफर दिया है। उन्होंने शर्त रखते हुए कहा कि यदि केशव चाहें तो वे अपने सौ विधायकों के साथ हमारे साथ आ सकते हैं। यदि वे ऐसा करते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। हालांकि उनके इस बयान पर केशव प्रसाद ने पलटकर जोरदार हमला किया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में अखिलेश का मेरे प्रति रवैया पूरे देश ने देखा है, वे मुझसे घृणा करते हैं। उन्हें ऐसी सलाह देने की जरूरत नहीं है।

अखिलेश यादव ने क्या कहा

अखिलेश यादव
अखिलेश यादव

अखिलेश यादव एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद को लेकर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, केशव प्रसाद मौर्य बहुत कमजोर आदमी हैं। उन्होंने सपना तो देखा था मुख्यमंत्री बनने का। आज भी ले आएं 100 विधायक। अरे बिहार से उदाहरण लें न वो। जो बिहार में हुआ वो यूपी में क्यों नहीं करते हैं? अगर उनमें हिम्मत हैं और उनके साथ अगर विधायक हैं। एक बार तो वो बता रहे थे कि उनके पास 100 से ज्यादा विधायक हैं। आज भी विधायक ले आएं समाजवादी पार्टी समर्थन कर देगी उनका।

केशव का पलटवार

अखिलेश यादव का बयान आते ही सियासी गलियारे में हंगामा मच गया। एक के बाद एक भाजपा नेताओं के बयान आने शुरू हो गए। खुद केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया। केशव मौर्य ने कहा, अखिलेश यादव मुझसे घृणा करते हैं। विधानसभा में अखिलेश का प्यार मेरे प्रति सबने देखा है। अखिलेश यादव खुद डूबने वाले हैं वो मुझे क्या मुख्यमंत्री बनाएंगे? केशव यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, अखिलेश सामंतवादी मानसिकता के बन चुके हैं। समाजवादी पार्टी नाम की कोई पार्टी नहीं है। एक परिवार की पार्टी है। उनके दावे में कोई दम नहीं है। भाजपा अपने आप में इतनी मजबूत पार्टी है, जिसको किसी के सहारे की जरूरत नहीं है। हमारे गठबंधन के जो साथी हैं, वो हमारे साथ हैं। उनके साथ मिलकर हम सरकार चला रहे हैं। वे (अखिलेश यादव) अपने 100 विधायक बचाएं। वो सब भाजपा में आने को तैयार हैं।

यूपी विधानसभा का गणित

403 विधानसभा सीटों वाले यूपी में अभी भाजपा की अगुआई वाली एनडीए के पास 272 विधायकों का समर्थन है। इसमें अकेले भाजपा के 254 सदस्य हैं। इसके अलावा अपना दल (एस) के 12 और निषाद पार्टी के छह सदस्यों का समर्थन मिला हुआ है। वहीं, समाजवादी पार्टी की अगुआई वाले विपक्ष के पास 119 विधायकों का समर्थन है। इसमें समाजवादी पार्टी के 111 और आरएलडी के आठ विधायक शामिल हैं। सपा गठबंधन से हाल ही में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अलग हो गई है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पास छह विधायकों का समर्थन है।

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