बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व बाल विवाह रोकथाम की जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स बैठक सम्पन्न

बाललिंगानुपात में सुधार, बालिका शिक्षा प्रोत्साहन, बाल हिंसा व बाल विवाह रोकथाम के लिए जिले में चलाये जायेगें अभियान

टोंक। महिला अधिकारिता, एक्शन एड व यूनिसेफ के संयुक्त तत्त्वाधान में बेटी बचाओ बेटी पढाओ, बाल विवाह रोकथाम एवं जिला महिला सहायता समिति की जिला स्तरीय आमुखीकरण की बैठक बुधवार को जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।

बैठक में जिला कलेक्टर ने टोंक जिले में बालक-बालिका लिंगानुपात एवं बाल विवाह के संबंध में चर्चा करते हुए सभी विभागों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से बेटियों को लाभांवित करने के निर्देष दिए।

उन्होने बालिकाओं के विद्यालयों में पुन: नामांकन, बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा व व्यावासायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन, संस्थागत प्रसव-एएनसी पंजीयन में सुधार, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बेटी जन्मोत्सवों एवं बाल सभाओं आदि में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं योजना व बाल विवाह की रोकथाम के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देष दिए।

उन्होंने बालिकाओं एवं किशोरियों के संबध में प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित कर जागरूकता लाने, बाललिंगानुपात में सुधार, बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने, बाल हिंसा व बाल विवाह रोकथाम जैसी बुराईयों को साझा प्रयास द्वारा रोकने पर जोर दिया।

जिला कलेक्टर ने जिले में विशेष अभियान चलाने, नवाचार करने तथा सार्थक व प्रभावपूर्ण गतिविधियां आयोजित करने पर बल देते हुए सितम्बर माह में प्रस्तावित महिला अधिकारिता, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग व एक्शनएड-यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में शुरू हो रहे यस टू स्कूल अभियान व गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान एवं उपचार कार्यक्रम की प्रशंसा की।

महिला अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक मेरिगंटन सोनी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला इंदिरा शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना, शिक्षा सेट योजना, किशोर-किशोरी सशक्तिकरण व बाल विवाह रोकथाम परियोजना आदि के अन्तर्गत टोंक जिले में अब तक किए गए कार्यो के बारे में बताया। माध्यमिक परीक्षा परिणाम में सरकारी विद्यालयों में टॉपर्स रही बालिकाओं को सम्मानित करने, ब्लॉक व जिला स्तर पर ब्रांड एंबेसडर का चयन करने जैसी प्रस्तावित गतिविधियों की जानकारी दी।

एक्शनएड़ जोनल कोर्डिनेटर जहीर आलम ने टोंक जिले में बाल विवाह की वर्तमान स्थिति व कारण, बाल विवाह व बाल हिंसा रोकथाम मुक्त टोंक के वार्षिक एक्शन प्लान, यस टू स्कूल व बेटी जिंदाबाद अभियान के बारे में प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी।

महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेषक डॉ. धर्मवीर ने गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान एवं उपचार कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया। बैठक में महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र एवं सखी वन स्टॉप सेन्टर के कार्यो की समीक्षा की गई। साथ ही कार्यालय स्तर पर लैंगिक उत्पीडऩ एवं घरेलू हिंसा रोकने पर भी चर्चा की गई।

बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार यादव, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक डॉ. धर्मवीर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेषक नवल खान, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष हेमराज चौहान, जिला समन्वयक पीसीपीएनडीटी जगदीश प्रसाद गुर्जर, जिला युवा अधिकारी नेहरू युवा केन्द्र हितेश कुमार, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सीताराम साहू व सीताराम गुप्ता, महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र एवं सखी वन स्टॉप सेन्टर सदस्य, बाल कल्याण समिति व जेजेबी सदस्य, महिला पर्यवेक्षक, स्वयं सेवी संस्था प्रतिनिधि व एक्शनएड वॉलिऐन्टयर्स मोहम्मद जहूर खान आदि उपस्थित रहे।

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