ईसीबी ने 5 खिलाडियों को बायो सिक्योर बबल से किया रिलीज

लंदन। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे और आखिरी टेस्ट से बाहर रहने वाले 5 खिलाडिय़ों को बायो सिक्योर बबल से रिलीज कर दिया। अब ये खिलाड़ी अपनी-अपनी काउंटी टीमों के लिए खेल सकेंगे। इन 5 खिलाडिय़ों में बल्लेबाज जो डेनली भी शामिल हैं।

वे सोमवार से आयरलैंड सीरीज के लिए इंग्लैंड की वनडे टीम के साथ ट्रेनिंग शुरू कर देंगे। इंग्लैंड को 30 जुलाई से आयरलैंड के खिलाफ साउथैंप्टन के एजिस बॉल मैदान में 3 वनडे की सीरीज खेलनी है।

रूट की गैरमौजूदगी में डेनली को मौका दिया गया था

रेगुलर कप्तान जो रूट की गैरमौजूदगी में जो डेनली को वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में मौका दिया गया था। रूट की वापसी के बाद उन्हें दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया था। उन्हें शुक्रवार से शुरू हुए तीसरे टेस्ट में भी मौका नहीं दिया गया।

बायो सिक्योर बबल से फ्री होने के बाद खिलाड़ी काउंटी क्रिकेट खेलेंगे

डेनली के अलावा ईसीबी ने डॉन लॉरेंस, क्रैग ओवर्टन, ओली रॉबिनसन और ओली स्टोन को भी फ्री कर दिया है। यह खिलाड़ी अब इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट सीजन की तैयारी शुरू करेंगे। 1 अगस्त से इंग्लैंड में बॉब विलिस ट्रॉफी से घरेलू क्रिकेट शुरू होगा।

बायो सिक्योर बबल में खिलाडिय़ों का मूवमेंट मॉनिटर होता है

बायो सिक्योर बबल में रहने के दौरान सभी खिलाडि़य़ों और ऑफिशियल्स का मूवमेंट मॉनिटर किया जाता है। इसके लिए उनके एक्रिडिटेशन कार्ड पर एक माइक्रो चिप लगाई जाती है। हालांकि, एक से दूसरे वेन्यू पर जाने के दौरान यह काम नहीं करता है।

वहीं, स्टेडियम में लंच और डिनर करने के दौरान भी खिलाडिय़ों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जाती है। खिलाडिय़ों के डायनिंग एरिया के अंदर आने और बाहर जाने के रास्ते भी अलग-अलग बनाए गए हैं। वे एक साथ बैठकर खाना नहीं खा सकते हैं।

ईसीबी ने वेस्टइंडीज टीम के लिए तीन बसों का इंतजाम किया

ईसीबी ने दौरा कर रही वेस्टइंडीज टीम के खिलाडिय़ों और कोचिंग स्टाफ को एक से दूसरे वेन्यू तक ले जाने के लिए तीन बसें लगाईं हैं। इन बसों में खिलाड़ी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए दूर-दूर बैठते हैं। वहीं, इंग्लैंड टीम के खिलाड़ी अपनी कारों से स्टेडियम पहुंचते हैं।

इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज सीरीज के लिए 30 सदस्यीय टीम चुनी थी

इंग्लैंड ने कोरोना संकट के कारण वेस्टइंडीज के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए 30 सदस्यीय टीम की घोषणा की थी। ताकि किसी खिलाड़ी के संक्रमित होने की सूरत में रिजर्व खिलाडयि़ों का इस्तेमाल किया जा सके।