फार्मा, एपीआई और कैमिकल्स उद्योग में प्रवेश को तैयार विकास इको टेक विकास इको टेक की 75 करोड़ के निवेश की तैयारी

मुम्बई। बीएसई तथा एनएसई में सूचीबद्ध विकास इकोटेक लिमिटेड विभिन्न उद्योगों में प्रवेश की ओर भी बढ़ रही है। कम्पनी द्वारा यह सूचना प्रदान की गई है कि इसके बोर्ड ने कम्पनी के लिए फार्मास्युटिकल्स एपीआई और कैमिकल उद्योग में मौजूद संभावनाओं के मद्देनजर कम्पनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (कम्पनी के निदेशकों के समूह) द्वारा नियुक्त एक्सपर्ट कमेटी द्वारा तैयार रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही कम्पनी ने आने वाले 2 सालों में नए उद्योगों में या ऑर्गेनिक अथवा इनऑर्गेनिक दोनों तरीकों से वृद्धि के लिए एक रणनीतिक साझेदारी के जरिये 75 करोड़ रुपये के निवेश का निर्णय किया है।

विकास इकोटेक ने हाल ही में यह घोषणा भी की थी कि कोविड-19 के वर्तमान संकट के बावजूद कम्पनी ने अपने फ्लैगशिप उत्पाद, इकोफ्रेंडली ऑर्गेनिक पीवीसी स्टेबलाइज़र्स को यूनाइटेड स्टेटस ऑफ अमेरिका (दुनिया का सबसे बड़ा ऑर्गेनोशन मार्केट) को बिना किसी बाधा के निरन्तर एक्सपोर्ट किया।

गौरतलब है कि कम्पनी ने यूएस में सबसे बड़े स्पेशियलिटी कैमिकल/ऑर्गेनोशन स्टेबलाइज़र डिस्ट्रीब्यूटर के साथ टाई अप किया है। इस डिस्ट्रीब्यूटर का पूरे देशभर में वितरण के लिए अच्छी तरह स्थापित, विस्तृत नेटवर्क है। यूएस की कम्पनी विकास इको टेक के साथ 2020 के लिए पूर्व में किये गए एग्रीमेंट के अनुसार निरन्तर ऑर्डर्स प्रदान कर रही है और एक लंबी साझेदारी की ओर बढ़ रही है।

ऑर्गेनोशन स्टेबलाइज़र यूएस एफडीए द्वारा अनुमति प्राप्त उत्पाद है और इसे स्वास्थ्य के लिहाज से घातक लैड आधारित पीवायसी स्टेबलाइज़र्स के सशक्त विकल्प के रूप में अपनाया जा रहा है। ऑर्गेनोशन्स को अधिकांशत: अंतरराष्ट्रीय कानूनों द्वारा पोर्टेबल वाटर पाइप्स और फिटिंग्स के लिए उपयोग करने के लिए अनुमोदन प्राप्त है और इसे वैश्विक स्तर पर फूड कॉन्टैक्ट एप्लीकेशन्स के लिए कई प्रमाणपत्र तथा अनुमतियाँ भी प्राप्त हैं।

यूएसए को ऑर्गेनोशन स्टेबलाइज़र्स के दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता के रूप में पहचान प्राप्त है। यहां 1980 के मध्य में ही लैड तथा अन्य हानिकारक कैमिकल आधारित पीवीसी स्टेबलाइज़र्स पर रोक लगा दी गई थी। वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान कम्पनी ने यूएसए कक लगभग 1,000 एमटीएस या 500 मिलियन कीमत का एक्सपोर्ट किया है।

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भारत में भी एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) द्वारा पीवीसी पाइप्स में लैड आधारित स्टेबलाइज़र पर रोक लगाने तथा इन्हें व्यवस्थित तरीके से हटाने सम्बन्धी ऑर्डर बाद से ऑर्गेनोशन स्टेबलाइज़र्स की मांग में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। विकास इकोटेक को हाल ही में कोविड-19 लॉकडाउन के बाद व्यवसाय को प्रारम्भ कर रही एचआईएल (सीके बिरला ग्रुप कम्पनी) से भी एक ऑर्डर मिला है। कम्पनी को यह आशा है कि घरेलू बिक्री में लॉकडाउन के बाद महत्वपूर्ण उछाल आएगा क्योंकि ग्राउंड लेवल पर अधिकांश स्टॉक में कमी आई है और सप्लाई पाइपलाइन को इसकी पूर्ति करने में कठिनाई आ रही है।