रिफाइनरी का कार्य

मुख्यमंत्री अशोक गहलोतने प्रदेश में बनाई जा रही रिफाइनरी के अब तक के कार्य को लक्ष्य से कई कदम दूर आंका है। उन्होंने हाल ही में एक बैठक में अधिकारियों के सामने इस प्रोजेक्ट को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताते हुए रिफाइनरी ही नहीं, इसके बायो प्रोडक्ट और केमिकल हब को लेकर त्वरित कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

उल्लेखनीय है कि पचपदरा में बनाई जा रही रिफाइनरी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ड्रीम प्रोजेक्ट है और अक्टूबर 2022 तक इसे पूर्ण करने का लक्ष्य लिये हुए हैं। रिफाइनरी के काम का शुभारंभ जनवरी, 2018 को हुआ था, लेकिन यहां अभी 3 हजार करोड़ रूपये ही खर्च हुए हैं। 20 हजार करोड़ के टेंडर जारी हो गए हैं, लेकिन काम की गति उतनी नहीं है, जितनी तेज मुख्यमंत्री चाह रहे हैं।

यह तब है कि जब स्वयं मुख्यमंत्री इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं और उनके विशेष सलाहकार लगातार पचपदरा पहुंच रहे हैं। अधिकारियों का इस मामले में कहना है कि 20 हजार करोड़ की निविदाओं में कई ऐसे कार्य हैं, जो अन्यत्र कारखानों में पूर्ण कर यहां लाये जाएंगे। अभी जमीन के भीतर स्तर पर काम हुआ है, छह माह में यहां बाहर का काम नजर आ जाएगा।

रिफाइनरी के काम का शुभारंभ जनवरी, 2018 को हुआ था,

मुख्यमंत्री के अनुसार रिफाइनरी का निर्माण कार्य निर्धारित समयपर पूरा करने की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसमें किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री का कहना है कि राजस्थान की यह रिफाइनरी देश में सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है।

नौ मिलियन टन क्षमता की यह रिफाइनरी बनने के बाद राज्य का चहुमुखी विकास होगा। रिफाइनरी का कार्य पूर्ण होने से राज्य की आय में बढोतरी होने के साथ साथ यहां रोजगार के अवसर बढेंगे।

मुख्यमंत्री के अनुसार राज्य सरकार रिफाइनरी की स्थापना के साथ साथ नये तेल अन्वेषण के कार्यों को भी प्राथमिकता स्तर पर मांग के अनुरूप क्रूड ऑयल की आपूर्ति की जा सके और बाहर से तेल का आयात नहीं करना पड़े। इसमें कोई संदेह नहीं कि यह रिफाइनरी राजस्थान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

लेकिन यदि इसी मंथर गति से काम होता रहा तो लक्ष्य समय पर पूरा होना कठिन होगा। अभी तक एक चौथाई ही काम हो पाया है। यह प्रोजेक्ट 43 हजार 129 करोड़ रूपये का है। अब तक 3 हजार करोड़ रूपये तक का ही व्यय हुआ है।

फिलहाल मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक कर प्रोजेक्ट के चरणवार कार्य उनके तय समय पर पूर्ण करने के लिए कहा है। साथ ही सभी कार्यों में अधिकतम स्थानीय लोगों को रोजगार देने के निर्देश दिए हैं।

इस दौरान स्थानीय स्तर पर बेहतर जन सुविधाओं के निर्माण के निर्देश भी दिए हैं। पचपदरा में कौशल विकास केंद्र जल्द बनाने को भी कहा है, ताकि स्थानीय युवा यहीं पर प्रशिक्षित होकर रिफाइनरी में रोजगार हासिल कर सके।

कुल मिलाकर उम्मीद यह है कि मुख्यमंत्री की गंभीरता और रूचि को देखते हुए रिफाइनरी का कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण हो जाएगा। इस मामले में स्वयं अत्यधिक सक्रिय हैं।