प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के बयान में इतना बड़ा फर्क नहीं होना चाहिए
कोई गैर कानूनी ढंग से देश में घुसे तो उन के ऊपर कार्रवाई करो
जयपुर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि एनआरसी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के वक्तव्य में इतना बड़ा फर्क नहीं होना चाहिए। इनमें रात और दिन का फर्क है। एक (पीएम मोदी) कहते हैं एनआरसी के पर कोई चर्चा ही नहीं है सरकार में, कब लागू हो रही है एनआरसी, जैसे उनको पता ही नहीं है और गृहमंत्री चिल्ला-चिल्लाकर बोल रहे थे कि चार महीने से हर राज्य में पूरे देश में लागू करके रहूंगा। शुक्रवार को रविंद्र मंच के सभागार में राष्ट्रीय फेडरेशन ऑफ भारतीय महिलाओं के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद मीडिया से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रेस से मुखातिब हुए। गहलोत ने सवाल उठाते हुए कहा कि पार्लियामेंट के फ्लोर पर आप बताइए ऐसा हुआ है कभी आज तक? मैं आश्चर्य कर रहा हूं क्या हो रहा है देश के अंदर। अब जाकर डिफेंस में आए हैं तो रोज सफाई दे रहे हैं, डैमेज कंट्रोल कर रहे हैं। गहलोत ने कहा कि इनका एजेंडा क्या है? मैंने शुरू में कहा ना एनआरसी ना सीएए ये प्रेक्टिकल नहीं है। प्रेक्टिकल है ही नहीं। हां कोई मान लीजिए ऐसे लोग घुस गए हैं देश के अंदर इललीगल तरीके से तो आप उनके ऊपर कार्रवाई करो। पूरा मुल्क आपके साथ में खड़ा रहेगा। यह तो समझ में आने वाली बात है। लिमिटेड सर्वे भी हो सकता है उसका, पर आपने एनआरसी लागू कर दिया असम के अंदर। एक हजार 600 करोड़ रुपए खर्च कर दिए।
असम की जनता अवसाद में है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले की नोटबंदी की लाइनों की तरह और वहां तो पैसे जमा कराने की बात तो यहां डॉक्यूमेंट पूछ रहे थे और ज्यादा जानकारी मांग रहे थे। कितनी तकलीफ हुई उन लोगों को। आज पूरा असम जो ज्यूरी बैठी हुई है दिल्ली के अंदर सात लोगों की। वो सब मानते हैं कि असम की जनता अवसाद में है। हमारे जो लोग मिलने आते हैं वो लोग ये बात बताते हैं अवसाद के अंदर है। वहां की जनता कितनी भुगत रही होगी। इस एनआरसी के पूरे प्रोसेस को।
प्रधानमंत्री मोदी एनआरसी की चिंता को दूर करने के लिए आगे आए
अब मोदी-शाह चाहते हैं कि पूरा देश भुगते। आपकी जी-हुजूरी करें। आपसे भीख मांगे अपनी भारतीयता सिद्ध करने के लिए। क्या चाहते हैं ये लोग इसलिए आज लोग सड़कों पर क्यों आए हैं वो समझते हैं ये लोग क्या करना चाहते हैं आज पूरा मुल्क चिंतित है। मैं आग्रह करूंगा इस देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से उस चिंता को दूर करने के लिए आगे आना चाहिए। मन की बात तो तब होगी जब मन की बात इस पर करोगे, स्पष्ट आश्वासन दोगे देश को। एनआरसी लागू नहीं होगी देश में कोई चिंता करने की बात नहीं है।
एनआरसी प्रोसेस पर मुख्यमंत्री ने उठाए सवाल
सीएम गहलोत ने कहा कि एक हजार 600 करोड़ रुपए तो ऑफिशियली बता रहा हूं आपको पता नहीं कितने पैसे खर्च हुए होंगे और आपको मिला क्या। 19 लाख में से 16 लाख हिन्दू मिल गए। सब गरीब लोग हैं चाहे हिन्दू हो चाहे मुसलमान। पैसे वाला उनको पूछो असम में कोई बंगले वाले हैं वो एक भी 19 लाख में है क्या। इसके मायने जो गरीब आदमी है जो कच्ची बस्ती में रहता है। झोपड़ी में रहता है उसके पास दस्तावेज नहीं होते हैं बाप-दादाओं के। आपने उन्हें खड़ा कर दिया। कुछ लोग पैसे देकर बच गए होंगे। कितने परेशान हुए लाइनों में लगे वो भी।