पांच दिन बाद भी नहीं लगा कैप्टन अंकित गुप्ता का सुराग

जोधपुर के तख्तसागर में ट्रेनिंग के दौरान लापता हुए थल सेना की स्पेशल फोर्स 10 पैरा के कैप्टन अंकित गुप्ता की खोज चार दिनों तक लगातार की गई। हालांकि, आज पांचवें दिन यानी सोमवार को भी उनका कुछ पता नहीं चल पाया। उन्हें तलाशने के लिए नेवी के मार्कोस कमांडो सहित सेना के अन्य विशेषज्ञों की 12 टीमें लगी हुई हैं। रविवार को उन्हें खोजने के लिए 12 टीमों के साथ नए सिरे से अभियान शुरू किया गया था, लेकिन दिनभर की मशक्कत के बाद भी उनकी कोई खोज-खबर नहीं मिली। 

गौरतलब है कि तख्तसागर जलाशय 46 फीट गहरा है। इसके तल में काफी झाड़ियां भी हैं और पानी के अंदर फिशिंग के जाल बिछे हैं, जिनमें कैप्टन के फंसे होने की आशंका है। सैन्य अधिकारियों की मानें तो अब कैप्टन अंकित के जीवित होने की उम्मीद न के बराबर है। हालांकि, परिजनों को उम्मीद है कि खोज जारी रखने पर कैप्टन मिल सकते हैं। 

विशेषज्ञों की राय थी कि पानी में डूबने के तीसरे दिन शायद कैप्टन का शरीर पानी के ऊपर आ जाए, लेकिन यह नहीं हुआ। विशेषज्ञों के लिए कैप्टन अंकित को खोजना अब बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। रविवार को गोताखोरों ने पूरे तख्तसागर में कैप्टन की तलाश कर डाली, लेकिन उनका कुछ भी पता नहीं चला सका। 

बता दें कि गुरुग्राम के रहने वाले 28 साल के कैप्टन अंकित की 23 नवंबर 2020 को ही शादी हुई थी। इसके कुछ ही दिनों बाद वह अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के लिए जोधपुर आ गए थे। उनके लापता होने की सूचना पाकर परिजन काफी परेशान हैं। वे उनके जल्द मिलने की आस लगाए बैठे हैं।

बता दें जिस दिन कैप्टन अंकित गायब हुए उस दिन ट्रेनिंग के दौरान 10 पैरा कमांडो को हेलिकॉप्टर से अपनी बोट को पानी में फेंकना था और बाद में खुद भी पानी में कूदना था। इसके बाद उन्हें बोट पर सवार होकर दुश्मन पर हमला बोलना था। अभियान का नेतृत्व कर रहे कैप्टन अंकित सहित 4 कमांडो ने तख्तसागर जलाशय में पहले अपनी बोट फेंकी और बाद में खुद भी पानी में कूद गए। इनमें से तीन कमांडो तो नाव पर पहुंच गए, लेकिन कैप्टन अंकित नहीं पहुंच सके।