एफसीबीएम की कॉन्फ्रेंस में एक्सपर्ट्स ने रखे अपने विचार

जयपुर। एफसीबीएम (फैडरेशन ऑफ कोरोगेटेड बॉक्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन) की 48वीं कॉन्फ्रेंस में आयोजित तकनीकी सेशन में इंडियन इंस्टिट्यूट फॉर पैकेजिंग एन सी सहाय ने कहा कि यह राजस्थान का सबसे पहला और देश का सबसे बड़ा इवेंट है। जिसके लिए मैं उन्हें तहदिल से आभार व्यक्त करता हूं। इस मौके पर सहाय ने कोरोनेटेड इंडस्ट्री में ग्रोथ पर अपना उद्बोधन में बताया कि पैकेजिंग विश्व भर में सबसे बड़ी इंडस्ट्री है, भारत में 28 मिलियन डॉलर यूएस डॉलर की कंपनी है।

 

पैकेजिंग का हर जगह इस्तेमाल हो रहा है। आंकड़े बताते हैं कि देश में 10 से 12 प्रतिशत की ग्रोथ देखी जा रही है इस दौरान उन्होंने फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड ऑफ इंडिया एफएफएसआई में हुए अमेंडमेंट के बारे में बताया कि 1 जुलाई 2019 से पैकेजिंग रेगुलेशन एक्ट में एक चैप्टर जोड़ा गया है जो फूड इंडस्ट्री में काम कर रही हैं एफएफएसआई रेगुलेशन के मुताबिक उनको क्राफ्ट पेपर में कुछ क्वॉलिटी मेंटेन करना पड़ेगी।

इनोवेशन, कस्टमर की रिक्वायरमेंट और एक्ट पर विशेष ध्यान देने की हिदायत भी दी। एफसीबीएम के संगोष्ठी और कार्यशाला समिति, अध्यक्ष राम कुमार सुनकारा ने बताया कि राजस्थान में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस की थीम डीआईएल रखी गई है दिल मांगे मोर।