हांगकांग के साथ प्रत्यर्पण संधि को न्यूजीलैंड ने किया निलंबित

वेलिंगटन। न्यूजीलैंड ने हांगकांग के साथ प्रत्यर्पण संधि को निलंबित कर दिया है। अर्ध स्वायत्त क्षेत्र में चीन द्वारा नए सुरक्षा कानून को लागू करने के बाद फाइव आइज समूह के आखिरी सदस्य ने यह फैसला किया है।

इससे पहले समूह के दूसरे सदस्य देशों अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन हांगकांग के साथ प्रत्यर्पण संधि को निलंबित कर चुके हैं। बता दें कि चीन न्यूजीलैंड का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और अतीत में वह अक्सर प्रत्यक्ष राजनीतिक टकराव से बचता रहा है। चीन हर साल अरबों डॉलर के कृषि सामान न्यूजीलैंड से खरीदता है। इसमें दूध पाउडर
प्रमुख है।

विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स ने कहा, न्यूजीलैंड को अब यह भरोसा नहीं है कि हांगकांग की अपराधिक न्याय प्रणाली चीन के दबाव से पूरी तरह मुक्त है। अगर चीन आगे चलकर एक देश-दो प्रणाली के नियम का पालन करता है तब हम इस बारे में विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्यर्पण संधि को निलंबित किए जाने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में अन्य बदलाव भी होंगे।

पीटर्स ने कहा, न्यूजीलैंड अब सैन्य उपकरण और तकनीकी उत्पाद हांगकांग को उन्हीं नियमों और दाम पर निर्यात करेगा जैसे चीन को करते हैं। चीन द्वारा लागू किया गया नया सुरक्षा कानून अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से किए गए वादे के विपरीत है।

हमने अपने नागरिकों को नए कानून के तहत आने वाली दिक्कतों को लेकर भी अपडेट किया है। पीटर्स ने कहा कि न्यूजीलैंड ने यह फैसला किसी दबाव में नहीं लिया है और इससे निर्यात पर पडऩे वाले प्रभाव के बारे में चिंतित नहीं है। हमें एक लोकतांत्रिक देश के तौर पर अपने विचारों को व्यक्त करना पूरा अधिकार है।

उधर, प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने कहा कि न्यूजीलैंड अपने सिद्धांतों का पालन कर रहा है। हमारा चीन के साथ परिपक्व रिश्ता है। और पूर्व में कई बार ऐसे मौके आए जब हमारी राय अलग-अलग रही है। उधर, वेलिंगटन में चीन के राजदूत वू शी ने मंगलवार को कहा कि वह घोषणा की प्रतिक्रिया तैयार कर रहा है। बता दें कि इस महीने की शुरुआत में चीन ने न्यूजीलैंड से उसके आंतरिक मामलों में दखल नहीं देने का आग्रह किया था।