पहली इलेक्ट्रिक ट्रैन जनशताब्दी एक्सप्रेस अजमेर से रवाना

अजमेर। अजमेर रेल मंडल से चलने वाली पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन जनशताब्दी एक्सप्रेस मंगलवार सुबह 5.40 बजे अजमेर से रवाना हुई। अधिकारियों ने ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड को माला पहनाकर रवाना किया। पहले यह ट्रेन डीजल इंजन से चलती थी। रेलवे बोर्ड की ओर से इलेक्ट्रिक ट्रेन के लिए पिछले दिनों अनुमति दी गई थी। ये ट्रेन सोमवार रात दिल्ली सराय रोहिल्ला से अजमेर रेलवे स्टेशन तक इलेक्ट्रिक इंजन के जरिए ही आई थी।

जानकारी के अनुसार सोमवार को ट्रेन संख्या 02065 दिल्ली सराय रोहिल्ला से शाम 4.15 बजे रवाना होकर रात 10 बजे अजमेर पहुंची। मंगलवार को ट्रेन 02066 सुबह 5.40 बजे रवाना होकर सुबह 11.35 बजे दिल्ली सराय रोहिल्ला पहुंचेगी। ट्रेन का अजमेर से दिल्ली सराय रोहिल्ला के बीच किशनगढ़, फुलेरा, रींगस, नीमकाथाना, नारनोल, रेवाड़ी, गुडग़ांव, देहली कैंट में पूर्व की तरह ही ठहराव रहेगा, इसमें किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया गया है।

मालूम हो कि ये ट्रेन अजमेर के तत्कालीन सांसद एवं केंद्रीय संचार राज्यमंत्री सचिन पायलट के प्रयासों से शुरू हुई थी। तब इस ट्रेन का नाम दूरंतो एक्सप्रेस था। इसे बाद में जनशताब्दी एक्सप्रेस का नाम दिया गया। लॉकडाउन के बाद से ये स्पेशल ट्रेन के रूप में संचालित हो रही है। फिलहाल ये ट्रेन सप्ताह में 5 दिन संचालित हो रही है।

अभी प्रति किमी 480 रुपए का खर्च

इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने से रेलवे को फायदा होगा। 24 डिब्बों की एक पैसेंजर ट्रेन को इंजन से चलाने में प्रति किमी 480 रुपए का खर्च आता है। जबकि इलेक्ट्रिक इंजन में यह खर्च 250 रुपए का होगा, इससे रेलवे को 230 रुपए प्रति किमी का खर्च कम होगा। इससे सफर में समय की कमी भी भी होगी, किराए और कोच की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं होगा।

आधे घंटे पहले ही अजमेर पहुंची जन शताब्दी एक्सप्रेस

सोमवार रात दिल्ली सराय रोहिल्ला से अजमेर जन शताब्दी एक्सप्रेस अपने तय समय से आधे घंटे पहले ही पहुंच गई। ट्रेन को रात 10.35 बजे अजमेर पहुंचना था, पर ट्रेन रात 10 बजे ही अजमेर आ गई।