राजस्थान ब्राह्मण महासभा जैसलमेर शाखा द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी पर तुलसी गौशाला में गायों को खिलाया चारा

जैसलमेर। राजस्थान ब्राहमण महासभा की जैसलमेर शाखा द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर कार्यक्रमों की कड़ी में मुलसागर स्थित तुळसी गौशाला पहुँचकर कामधेनु मंदिर में दीप प्रज्वलन कर आरती की गई।आरती के पश्चात गौशाला में गायो को हरा चारा खिलाया गया।

महासभा के सदस्यों द्वारा गौवंश के लिए मुंग की चुरी,कोरमा एवं गुड़ की भी व्यवस्था की गई है।महासभा के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा गौशाला का निरीक्षण किया गया एवं तुलसी गौशाला के अध्यक्ष मानव व्यास को भविष्य में हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया।

मीडिया प्रभारी श्रीकान्त व्यास ने बताया कि स्नातन धर्म में गाय को माता कहा गया है। पुराणों में धर्म को भी गौ रूप में दर्शाया गया है।गौ सेवा का जन्माष्टमी पर विशेष महत्व है क्योकि भगवान श्रीकृष्ण गाय की सेवा अपने हाथों से करते थे।वही कोषाध्यक्ष प्रमोद जगाणी ने बताया कि भगवान ब्रह्मा जी ने जब सृष्टि की रचना की थी तो सबसे पहले गाय को ही पृथ्वी पर भेजा था। सभी जानवरों में मात्र गाय ही ऐसा जानवर है जो मां शब्द का उच्चारण करता है, इसलिए माना जाता है कि मां शब्द की उत्पत्ति भी गौवंश से हुई है।कहते है कि श्रीकृष्ण को राधा से अधिक गाय प्रिय थी।

क्योकि गाय हम सब को मां की तरह अपने दूध से पालती-पोषती है। इस अवसर पर जैसलमेर शाखा के जिलाध्यक्ष डॉ.एस.के. दुबे,सचिव रमेश चन्द्र व्यास,कोषाध्यक्ष प्रमोद जगाणी, वरिष्ठ सदस्य दुर्गाप्रसाद दाधीच, लक्ष्मीनारायण श्रीमाली, ओम प्रकाश बिस्सा, सी.ए. जे पी व्यास,विनोद थानवी,महिळा जिलाध्यक्ष सरोज थानवी,महिला सदस्य ज्योति दुबे, कमलादेवी थानवी,दुर्गा व्यास,कृष्णा केवलिया,युवा शाखा जिलाध्यक्ष विक्रम चुरा, गिराज बिस्सा,धर्मेंद्र वासु,सत्यनारायण रामदेव,धनंजय पुरोहित,संजय जोशी,कपिल पुरोहित,राजेन्द्र सेवक,गौशाला सेवक मेहताब सिंह एवं कई धर्म प्रेमी उपस्थित थे।

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