महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित भागीदारी निभाएं: शाले मोहम्मद

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चैम्पियनशिप से नवाजा गया 17 महिलाओं को

जैसलमेर
जैसलमेर के शहीद पूनम स्टेडियम में महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के अन्तर्गत आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन एवं लाडो सम्मान समारोह महिलाओं के बहुआयामी विकास और उन्नति के साथ हर क्षेत्र में सशक्त बनाने और आगे लाने के लिए समर्पित प्रयासों के संकल्प के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने फीता काटकर तथा सरस्वती प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद एवं अतिथियों ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रकाशित ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ विषयक फोल्डर का विमोचन किया। इसके साथ ही जैसलमेर जिले की महिलाओं को घूंघट प्रथा से मुक्त कराने के लिए ”घूंघट मुक्त जैसाण” पोस्टर का विमोचन किया। समारोह में केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद एवं विधायक रूपाराम ने समाज-जीवन और राज-काज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट भूमिका एवं उल्लेखनीय कार्यों व योगदान के लिए 17 महिलाओं को प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया।

22 मेधावी छात्राओं को चैक वितरण
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री एवं अतिथियों ने बोर्ड परीक्षा में कक्षा दसवीं एवं बारहवीं में जिले भर में प्रथम स्थान पाने वाली सरकारी स्कूलों की 22 छात्राओं को चैक वितरण कर सम्मानित किया। इनमें 10वीं तथा 12वीं में सर्वोच्च स्थान पाने वाली छात्रा को 10-10 हजार रुपए तथा शेष सभी को 5-5 हजार रुपए धनराशि का चैक प्रदान किया गया। जिले में कक्षा दसवीं में टॉप रही ममता को 10 हजार रुपए का चैक दिया गया जबकि अन्य छात्राओं को 5-5 हजार रुपए राशि का चैक प्रदान किया गया। इसी प्रकार कक्षा 12वीं में टॉप रही लता कुमारी को 10 हजार तथा शेष लता, प्रियंका कंवर, ललिता पालीवाल, लक्ष्मी कंवर, कुसुम, निशा भाटी, आकांक्षा तंवर, लक्ष्मी, नेहा कंवर एवं ख्याति शारदा को 5-5 हजार रुपए धनराशि का चैक प्रदान किया गया। समारोह में इन सभी छात्राओं के स्कूल प्रधानाचार्यों को भी पुष्पहार पहना कर सम्मानित किया गया तथा छात्राओं के शैक्षिक उन्नयन में उनकी भूमिका को सराहा गया।

महिला उत्थान के भरसक प्रयासों में जुटी है सरकार
इस अवसर पर अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद एवं विधायक रूपाराम सहित तमाम अतिथियों ने अपने उद्बोधन में महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण के लिए राजस्थान सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और इनका लाभ पाकर आगे बढऩे का आह्वान किया।

आईएम शक्ति का लाभ लें, विकास करें
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही महिलाओं के समग्र उत्थान के लिए आरंभ की गई 1000 करोड़ की इन्दिरा महिला शक्ति योजना सहित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों को राजस्थान मेंं महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक और महत्वाकांक्षी कदम बताया और महिलाओं का आह्वान किया कि वे इन योजनाओंं का लाभ लेें और राजस्थान में महिला सशक्तिकरण का सुनहरा इतिहास रचें।

टीम भावना से करें काम, सार्थक परिणाम सामने लाएं
उन्होंने योजनाओं के बेहतर एवं उपलब्धिमूलक क्रियान्वयन के लिए महिला एवं बाल विकास विभागीय अधिकारियों एवं कार्मिकों से कहा कि वे टीम भावना से काम करें और सार्थक परिणाम सामने लाएं। अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा आंगनवाड़ी कार्मिकों का मानदेय बढ़ाने सहित महिलाओं के हित में किए गए कार्यों को गिनाया और कहा कि महिलाओं के विकास में सरकार हमेशा अव्वल रही है और रहेगी।

जैसलमेर को बनाएं घूंघट मुक्त
घूंघट मुक्त राजस्थान के अन्तर्गत ही घूंघट मुक्त जैसाण अभियान की उन्होंने तारीफ की और कहा कि इस कुप्रथा के उन्मूलन के लिए हर स्तर पर व्यापक जागरुकता संचार की आवश्यकता है और इसकी शुरूआत हमें अपने घर-परिवार से करनी होगी। उन्होंने बेटियों को पढ़ाने और आगे बढ़ाने के साथ ही उनके शैक्षिक विकास के लिए संस्थाप्रधानों और शिक्षक-शिक्षिकाओं की भूमिका को और अधिक भागीदारी निभाने का आह्वान किया।

बालिकाओं की शिक्षा-दीक्षा पर जोर
जैसलमेर विधायक रूपाराम ने बालिकाओं की शिक्षा-दीक्षा पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया और कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही उनके भविष्य को सँवारा जा सकता है। जिलाप्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने महिलाओं के आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए महिला सशक्तिकरण के लिए खुद महिलाओं को आगे आने, अपने सामथ्र्य को जानने, स्वयं पर गर्व करने और पूर्ण आत्मविश्वास के साथ काम करने पर जोर दिया। उन्होंने बेटियों के साथ बहूओं को भी पढ़ाने का आह्वान किया। जिला कलक्टर नमित मेहता ने महिलाओं से संबंधित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, घूंघट प्रथा को समाप्त करने के लिए ठोस प्रयास करने के लिए विभागीय कार्मिकों से आह्वान किया।

अपने सामथ्र्य को जानें, प्रेरणा पाकर लक्ष्य पाएं
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग ने बालिकाओंं एवं महिलाओं से कहा कि अपने भीतर समाहित अपार क्षमताओं और ऊर्जाओं को जानें तथा लक्ष्य तय कर आगे बढ़ें। इसके लिए सफल महिलाओं से प्रेरणा प्राप्त करें। सम की प्रधान उषा सुरेन्द्रसिंह भाटी ने कलम की ताकत को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि नारी में महान क्षमताएं समाहित है, इन्हें जानने और आगे बढऩे के लिए पूरी शक्ति से प्रयासों की आवश्यकता है। जैसलमेर प्रधान अमरदीन और नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने महिलाओं के उत्थान में सभी से समर्पित भागीदारी पर जोर दिया। आरंभ में महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक राजेन्द्र चौधरी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए सम्मेलन एवं समारोह के उद्देश्यों तथा महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से सरकार द्वारा हाल ही घोषित योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन हनुवंतसिंह एवं कुसुम सुथार ने संयुक्त रूप से किया। आभार प्रदर्शन उप निदेशक राजेन्द्र चौधरी ने किया।

इन्होंने किया स्वागत
अतिथियों का पुष्पहार एवं शॉल-साफों से स्वागत उप निदेशक राजेन्द्र चौधरी, बाल विकास परियोजना अधिकारी ओमप्रकाश चौधरी, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी कैलाश भाटी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी गुमानसिंह राजपुरोहित, महिला पर्यवेक्षक कान्ता आचार्य, स्नेहलता, पुष्पा जयपाल, स्वस्थ भारत प्रेरक डॉ. चेतन यादव आदि ने किया। इस अवसर पर अतिथियों ने आईएम शक्ति योजना केन्द्रित सेल्फि पोइन्ट का लुत्फ लिया।