
हम सब हर साल बड़ी बेसब्री से गणेश चतुर्थी का इंतजार करते हैं। भाद्रपद महिने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाने वाला यह त्योहार इस साल 19 सितंबर को आ रहा है। यह त्योहार दस दिन तक बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है। पहले दिन विघ्नहर्ता की मूर्ति की स्थापना की जाती है और दसवे दिन विसर्जन किया जाता है। वैसे तो यह पूरे भारत में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। लेकिन कुछ जगहें ऐसी हैं जहां गणेश चतुर्थी की अलग ही धूम होती है, जहां एक बार आपको गणेश चतुर्थी का आनंद लेने जाना ही चाहिए। आइए जानते हैं उन खास जगहों के बारे में।
मुंबई

मुंबई अपने ग्लैमर और बिजी लाइफ स्टाइल के अलावा गणेश उत्सव के लिए भी बहुत मशहूर है। लालबागचा राजा, सिद्धीविनायक मंदिर, मुंबईचा राजा, खेतवाड़ी गणराज मुंबई के कुछ सुप्रसिद्ध गणेश पंडालों हैं, जहां आप गणेश पूजा की अलग ही धूम देखेंगे। देश भर के अलग-अलग जगहों से लोग गणपति के दर्शन करने यहां आते हैं। गौरी नंदन के दर्शन मात्र के लिए उमड़ी भीड़ और लोगों का उल्लास देखते ही बनता है। चारों ओर से उड़ रहे गुलाल के रंग और गजानन की जय-जयकार की गूंज आपके मन को भाव विभोर कर देगी।
पूणे

महाराष्ट्र की संस्कृति की झांकी यहां से बेहतर और कहीं नहीं मिल सकती। भारत में गणेश पूजा की भव्यता की सबसे मनोरम झांकी यहां देखने को मिलती है। दगदुसेठ हलवाई गणपति, कशबा गणपति, गुरुजी तलिम, तुलसी बाग गणपति, तमडी जोगेश्वरी और केसरीवाडा गणपति यहां के सबसे फेमस गणेश पंडाल हैं, जहां आप गणपति का आशीर्वाद ले सकते हैं और गणेश पूजा के रंग में रंग सकते हैं। ढोल-नगाड़ों के साथ गजानन का ऐसा भव्य स्वागत देख आप आनंदमय हो जाएंगे।
हैदराबाद
दक्षिण भारत में गणेश चतुर्थी का सबसे बड़ा उत्सव हैदराबाद में मनाया जाता है। खैराताबाद, कमलानगर बालापुर, चैतन्यपुरी, दुरगम चेरूवु, गौलीपुरा, न्यू नागलो यहां के सबसे फेमस मंडप हैं, जहां गणेशोत्सव का अलग ही धमाल होता है। हैदराबाद की गणेश चतुर्थी में एक ऐसी खास बात है, जो और किसी जगह आपको देखने नहीं मिलेगी, वह है यहां की लड्डू प्रतियोगता। खैराताबाद में होने वाली इस प्रतियोगता में भारी संख्या में लोग हिस्सा लेते हैं। यह आपके लिए काफी मजेदार हो सकता है।
हुबली
गणेश चतुर्थी कर्नाटक में इससे ज्यादा धूमधाम से शायद ही कहीं मनाया जाता होगा। यहां के गणेश पंडालों की साज-सज्जा की जितनी मिसाल दी जाए उतनी कम है। यहां के गणेश पूजा की खासियत ये है कि गणेश चतुर्थी के एक दिन पहले यहां गौरी पूजन होता है, जो यहां के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन औरतें सुख समृद्धि के लिए देवी पार्वती की पूजा करती हैं। यहां के ईदगाह मैदान में मनाया जाने वाला गणेशोत्सव भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
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