भाजपा के गहलोत सरकार गिराने के बयान पर बोले गहलोत, कहा-हार की कुंठा में दे रहे ऐसे बयान

जयपुर। प्रदेश में गहलोत सरकार के गिरने व मध्यावधि चुनावों को लेकर भाजपा नेताओं की बयानबाजी पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया है। गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी में जहां सरकार पक्ष व विपक्ष को साथ लेकर काम कर रही है वहीं भाजपा नेताओं के बयान राजनीति का स्तर गिराने वाले हैं।

गहलोत ने कहा कि भाजपा नेताओं का नाम लेते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया,पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी,केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल व सांसद जसकौर मीणा लगातार बयान दे रहे हैं कि छह महीने में सरकार गिर जाएगी और प्रदेश में मध्यावधि चुनाव होंगे।

यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस विधायक पैसे के खातिर सरकार छो?कर कभी भी जा सकते हैं। गहलोत ने कहा कि कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गोवा, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश में हॉर्स ट्रेडिंग के माध्यम से सरकार बनाने वाली भाजपा को राजस्थान में मिली शिकस्त की अब भी कुंठा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के ऐसे बयान उसकी लोकतंत्र विरोध सोच को जाहिर करते हैं।

उन्होंने कहा कि विपक्षी दल द्वारा की जा रही नकारात्मक राजनीति से जनता में उनके प्रति रोष का माहौल पैदा हुआ है। गहलोत बोले कि भाजपा के नेताओं के बयानों से यह स्पष्ट होता है कि वह धनबल और बाहुबल के आधार पर राजस्थान की सरकार को अस्थिर करने के प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने पूर्व में भी ऐसे प्रयास किए लेकिन कांग्रेस विधायकों की एकजुटता और प्रतिबद्धता के चलते इन्हें मुंह की खानी पड़ी। जुलाई महीने में बीजेपी नेताओं के राजस्थान के विधायकों को प्रलोभन देते हुये ऑडियो टैप सार्वजनिक हुये थे। गुजरात में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए विधायक का वीडियो भी मीडिया में आ चुका है, जिसमें उस विधायक ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने के लिये उसे 10 करोड़ रुपए मिले।

गहलोत ने कहा कि कोरोना काल में जब राज्य सरकार अपने कुशल मैनेजमेंट से राज्य की जनता की रक्षा कर रही है । राजस्थान सरकार के किए गए कोरोना महामारी के मैनेजमेंट की तारीफ देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने भी की है।