पायलट का प्लेन नहीं उडऩे देंगे गहलोत!

अशोक गहलोत
अशोक गहलोत

सीएम की लिस्ट में सचिन पायलट को छोड़ 5 करीबियों के नाम शामिल

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कांग्रेस अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है। इसी के साथ गहलोत ने मुख्यमंत्री का पद छोडऩे से पहले इस पर अपनी किसी चहेते को पदस्थ करने की तैयारी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि वे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को सीएम पद नहीं देना चाहते। उनकी इस फेहरिस्त में पायलट को छोड़कर पांच करीबियों के नाम बताए जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया है कि गहलोत ने सोनिया गांधी से हुई मुलाकात में मुख्यमंत्री के जिन नामों को सुझाया है, उनमें सबसे ऊपर नाम विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी का है।

रघु शर्मा और कल्ला का नाम भी शामिल

इन नामों में रघु शर्मा और बीडी कल्ला का भी जिक्र हो रहा है। ये दोनों नेता भी सीपी जोशी की तरह ही ब्राह्मण समुदाय से आते हैं और गहलोत गुट के प्रभावशाली लीडर्स में से हैं। इन नेताओं के अलावा शांति धारीवाल का नाम भी चर्चा में हैं, जो वैश्य समुदाय से आते हैं। शांति धारीवाल अशोक गहलोत के करीबी हैं और प्रभावशाली नेता हैं।

धारीवाल की अच्छी पकड़

प्रदेश की राजनीति में धारीवाल अच्छी पकड़ रखते हैं और उनके जरिए अशोक गहलोत राजस्थान में अपना वर्चस्व बनाए रखना चाहेंगे। हालांकि राजस्थान कांग्रेस में अंदरखाने परसादी लाल मीणा के नाम की भी चर्चाएं चल रही हैं। इसकी वजह यह है कि राजस्थान में एसटी समुदाय की 13 फीसदी आबादी है, जो दलितों के बाद दूसरा सबसे बड़ा मतदाता समूह है।

एससी-एसटी कार्ड भी खेलने की संभावना

यही नहीं इस एसटी वर्ग में सबसे बड़ी संख्या मीणा बिरादरी की है, जो प्रदेश में 7 फीसदी हैं। ऐसे में इस बार सामाजिक समीकरणों को साधने की बात करते हुए अशोक गहलोत परसादी लाल मीणा के नाम का भी प्रस्ताव रख सकते हैं। इस पर हाईकमान को भी शायद ऐतराज नहीं होगा। इसके अलावा सचिन पायलट ग्रुप भी उनका विरोध नहीं कर पाएगा और ऐसा करने की स्थिति में एसटी समुदाय की नाराजगी का खतरा रहेगा। बता दें कि अशोक गहलोत की सचिन पायलट से प्रतिद्वंद्विता मानी जाती है और अब तक सचिन पायलट के नाम पर कोई भी जवाब देने से अशोक गहलोत बचते आए हैं।

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