साल्टलेक में दिखी राजस्थानी लोक संस्कृति की झलक

  • कोलकाता में दिखें ऊंट तो आपणो गांव में चोखी ढ़ाणी सी हुई राजसी जीमणवार
  • राजस्थान से आये अतिथि भी हुए गदगद, बोले : निको पार्क में दिखग्यौ म्हानै म्हारौ राजस्थान

कोलकाता । साल्टलेक लोक संस्कृति ने अंग्रेजी नये साल के शुरु होने के पूर्व लोगों को अपनी संस्कृति से जोड़ने के उद्देश्य से फिर इस साल ‘आपणो गांव’ राजस्थानी मेले का आयोजन किया। आठ दिवसीय इस मेले का उदघाटन शुक्रवार को राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस ने किया। उन्होंने कहा कि अच्छा लगता है यहां आकर, हर बार ही आता हूं, ऐसा लगता है कि जैसे राजस्थान में आ गये हों।

विधाननगर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की चेयरपर्सन कृष्णा चक्रवर्ती, बेलारुस के कौंसुल जनरल सीताराम शर्मा, ओएसएल ग्रुप के निर्मल गोयल, अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष गोवर्धन प्रसाद गाड़ोदिया, समाजसेवी ओम जालान, शार्दुल सिंह जैन व अन्य सम्मानित अतिथियों ने भी आयोजन को सराहा। डॉयबिटीज स्पेशलिस्ट डॉ घनश्याम गोयल को इस अवसर पर उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।

मेले में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित हुए राजस्थान फाउण्डेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने कहा कोलकाता के निक्को पार्क में आज हमें हमारा राजस्थान नजर आ रहा है। राजस्थान पर्यटन विकास निगम के कोलकाता प्रभारी अधिकारी हिंगलाजदान रतनू व अन्य भी कार्यक्रम में शामिल हुए । विश्वनाथ चांडक ने कार्यक्रम का संचालन किया। संस्था के अध्यक्ष संदीप गर्ग के अनुसार हर साल ही संस्था इस कार्यक्रम का आयोजन करती है।

आयोजन का उद्देश्य लोगों को अंग्रेजी नये साल में पाश्चात्य संस्कृति की बजाय अपनी मूल संस्कृति से जोड़े रखना है। गर्ग ने कहा कि मेले में आपको राजस्थान के जहाज कहे जाने वाले ऊंट देखने को मिलेंगे तो राजस्थान के चोखी ढ़ाणी की तर्ज पर राजसी जीमणवार का आनंद भी मिलेगा। राजस्थान और हरियाणा से आये लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत लोक नृत्य आपको कोलकाता में राजस्थान और हरियाणा की लोक संस्कृति को नजदीक से देखने का अवसर प्रदान करेगा।

संस्थापक मदन गोपाल राठी, सचिव कमलेश केजरीवाल, संयोजक महेंद्र अग्रवाल, संदीप डीडवानिया, के. के. शर्मा की देखरेख में के के राठी, नीरज लड्ढ़ा, दिनेश अग्रवाल, पवन भुवानिया, अमित मूंधड़ा, प्रदीप लुहारीवाला, विनोद बाहेती, सुभाष गुप्ता, विनोद गोयल, सीताराम अग्रवाल, सौरभ मूंधड़ा, गीतेश लाखोटिया, गौतम मोहता, शुभम मूंधड़ा, राजकुमार मूंधड़ा, महेंद्र अग्रवाल (करुणामई), विजय सांगानेरिया, राकेश राठी, राजेश राठी व अन्य आयोजन की सफलता के लिए सक्रिय है।

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