गूगल सर्च इंजन को टक्कर देगी एपल की सर्च इंजन

गूगल फिलहाल सर्च इंजन के साथ-साथ अपने प्रोडक्ट में हाल के समय में काफी बदलाव किया है

नई दिल्ली। अभी तक सर्च इंजन में अपनी मोनोपोली चलाने वाले गूगल सर्च इंजन को अब तगड़ी टक्कर मिल सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि एपल भी अब सर्च इंजन लांच करने की तैयारी कर रही है। अगर ऐसा हो जाता है को गूगल का दबदबा और उस पर निर्भरता खत्म हो सकती है। एपल इसे गूगल के विकल्प के तौर पर पहले अपने डिवाइस में लगा जा सकता है। बाद में पब्लिक के लिए लॉन्च किया जा सकता है ऐसी उम्मीद की जा रही है।

हर साल एपल को करोड़ों रुपए देती है गूगल

दरअसल एपल के सर्ज इंजन सेक्टर में उतरने की कहानी भी उसकी कमाई से जुडी है। गूगल एपल को हर साल आईफ़ोन, आईपैड और मैक ओएस में डिफॉल्ट सर्च इंजन गूगल को रखने के लिए करोड़ों रुपए देती है। रिपोर्ट के मुताबिक ये डील जल्दी ही ख़त्म हो सकती है। यूके कंपटीशन एंड मार्केट अथॉरिटी एपल और गूगल के सर्च इंजन की इस डील को लेकर कड़ा रूख अपना सकती है।

एपल स्वतंत्र इंजन पर काम कर रहा है

यूके कंपटीशन एंड मार्केट अथॉरिटी की रिपोर्ट में कहा गया था कि एपल का मार्केट शेयर दुनिया भर में काफी अधिक है, ऐसे में अथॉरिटी का मानना है कि चूंकि गूगल सर्च डिफाल्ट होने की वजह से दूसरे सर्च इंजन को मोबाइल फोन में आने का अवसर ही नहीं मिलता है। इन सब के चलते एपल एक स्वतंत्र सर्च इंजन पर काम कर रहा है।

याहू और बिंंग भी हैं सर्च इंजन में

बता दें कि याहू और बिंग भी सर्च इंजन की सेवा देते हैं। लेकिन गूगल के आगे यह दोनों कंपनियां फेल हैं और गूगल कई सालों से लगातार अपनी धाक जमाया हुआ है। पर अगर एपल का सर्च इंजन आता है तो फिर गूगल को इसकी सीधी टक्कर होगी। अपनी धाक को बचाने के लिए गूगल को नई रणनीति पर काम करना होगा। अमेरिकी टेक कंपनी ऐप्पल अपने सर्च इंजन पर काम कर रही है। अपना खुद का सर्च इंजन लॉन्च कर सकती है।

इंजीनियर्स की नियुक्ति कर रहा है एपल

एपल अपने स्पॉटलाइट सर्च इंजन के लिए इंजीनियर्स की नियुक्ति कर रहा है। स्पॉलटाइट मैक ओएस में दिया गया एक महत्वपूर्ण सर्च फीचर है जहां से यूजर अपने मैकबुक से लेकर वेब के कॉन्टेंट सर्च कर सकते हैं। एपल के सर्च इंजन के लिए निकाल गई नौकरियों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल) और नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एलएलपी) का भी समावेश है। इसके जरिए कंपनी अपने सर्च इंजन में इन सभी को नियुक्त करने के मूड में हैं।

गूगल फिलहाल सर्च इंजन के साथ-साथ अपने प्रोडक्ट में हाल के समय में काफी बदलाव किया है। जबकि एपल इस समय बेहतर प्रदर्शन कर रही है। शेयर बाजार में तो इस कंपनी के शेयर ने अच्छा प्रदर्शन किया है। ऐसे में एपल अगर खुद का सर्च इंजन लाती है तो उसके दुनिया भर में बने बनाए ग्राहक पहले से ही तैयार हैं।