सरकार एलआईसी आईपीओ का साइज घटाकर 30,000 करोड़ कर सकती है

नई दिल्ली। सरकार लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन की इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग का साइज छोटा कर सकती है। पहले जहां आईपीओ के जरिए 65,000 करोड़ रुपए जुटाने का प्लान था तो वहीं अब इसे घटाकर 30,000 करोड़ रुपए किया जा सकता है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है। इश्यू साइज घटाने का कारण रूस-यूक्रेन जंग को बताया जा रहा है। रॉयटर्स की रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि सरकार अगले दो हफ्तों में शेयर को लिस्ट करना चाहती है। इससे पहले गुरुवार को भी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि आईपीओ लॉन्च पर सरकार इस हफ्ते फैसला ले सकती है। इसमें कहा गया था कि आईपीओ से जुड़ा ज्यादातर ग्राउंड वर्क खत्म हो चुका है, लेकिन अंतिम फैसला लेने से पहले इश्यू की प्राइसिंग पर पोटेंशियल एंकर इन्वेस्टर्स के रिस्पॉन्स को इस हफ्ते रिव्यू किया जाएगा।

सरकार के पास 12 मई तक का समय : सरकार के पास सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के पास अपू्रवल के लिए नए पेपर दाखिल किए बिना आईपीओ लॉन्च करने के लिए 12 मई तक का टाइम है। अगर आईपीओ अभी लॉन्च नहीं हुआ है तो इसे अगस्त या सितंबर तक टालना होगा क्योंकि अपडेटेड तिमाही नतीजों के साथ नए पेपर और वैल्यूएशन सेबी के पास दाखिल करने होंगे।

सबसे बड़ा आईपीओ होगा : एलआईसी का इश्यू भारतीय शेयर बाजार में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। सरकार एलआईसी की कुछ हिस्सेदारी बेचकर 30,000 करोड़ रुपए जुटा सकती है। लिस्ट होने के बाद एलआईसी का मार्केट वैल्युएशन आरआईएल और टीसीएस जैसी टॉप कंपनियों को टक्कर देगा।
इसके पहले क्कड्ड4ह्लद्व का इश्यू सबसे बड़ा था और कंपनी ने पिछले साल ढ्ढक्कह्र से 18,300 करोड़ रुपए जुटाए थे।