असम के 31वें राज्यपाल बने गुलाबचंद कटारिया, ली शपथ

gulabchand kataria

गुवाहाटी। असम के 31वें राज्यपाल के रूप में गुलाब चंद कटारिया ने बुधवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। गुवाहाटी के पांजाबारी स्थित श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र के सभागार में आयोजित संक्षिप्त समारोह में गौहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संदीप मेहता ने असम के 31वें राज्यपाल के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

खास बात यह है कि शपथ लेने और दिलाने वाले दोनों राजस्थानी हैं, गुवाहाटी हाईकोर्ट के सीजे संदीप मेहता भी राजस्थान से है हाल ही में चीफ जस्टिस ऑफ गुवाहाटी बने हैं। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया राजस्थान के उदयपुर के रहने वाले हैं। राज्यपाल के रूप में अपनी नियुक्ति से पहले वे राजस्थान के गृहमंत्री और राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता के दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं।

जानिए गुलाबचंद कटारिया की राजनितिक जीवन यात्रा

उदयपुर में हुआ जन्म, मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में हासिल की शिक्षा 
राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष रहे गुलाबचंद कटारिया को आज असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. आठ बार विधायक रह चुके गुलाबचंद कटारिया का जन्म 3 अक्टूबर 1944 को राजस्थान के उदयपुर जिले में हुआ था. इनकी शिक्षा मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय, उदयपुर से हुई है। उनकी पत्नी का नाम अनिता कटारिया है, कटारिया के पांच बेटियां हैं। कटारिया पहले एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थे।

शिक्षक रहते संघ से जुड़े
शिक्षक के तौर पर करियर की शुरूआत करने वाले गुलाबचंद कटारिया राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सम्पर्क में आए। संघ में काम करते करते राष्ट्रवाद की विचारधारा से जुड़ गए। उनका चिंतन और रूझान संघ की विचारधारा और भाजपा की ओर बढ़ गया। फिर भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिए थें। 1975 में इमरजेंसी लगी तो उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।

बीजेपी के कद्दावर नेता, राजनीति का एक युग हैं कटारिया
पिछले 40 साल बीजेपी में सक्रिय गुलाबचंद कटारिया कटारिया राज्यपाल बनने से पहले राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष रहे और 8 बार के विधायक रह चुके हैं। कटारिया उदयपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। कटारिया राजस्थान में गृहमंत्री, शिक्षा, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विभागों की कमान संभाल चुके हैं।

इन क्षेत्रों में कटारिया का मजबूत प्रभाव
गुलाबचंद कटारिया का मेवाड़ का उदयपुर गृह जिला है, साथ-साथ बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद जैसे जिलों में भी अपना प्रभाव रखते हैं। यहां की लगभग 25 सीटों को गुलाबचंद कटारिया सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं।