कोरोना वायरस के बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद
जोधपुर
कोरोना वायरस के बचाव व रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आमजन की स्क्रीनिंग की जा रही है। वहीं नर्सिंग कर्मी भी लोगों को कोरोना वायरस के खिलाफ जागरूक कर रहे है।
कोरोना के खिलाफ जागरूक कर रहे है
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवंत मण्डा व डिप्टी सीएमएचओ (स्वास्थ्य) डॉ. प्रीतम सिंह सांखला ने बताया कि कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए रैपिड रेस्पॉन्स टीमों द्वारा एयरपोर्ट व होटलों में स्क्रीनिंग की जा रही है।
डॉ. सांखला ने बताया कि साथ ही शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्वास्थ्य दलों द्वारा घरों का सर्वे कर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
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कोरोना वायरस के बचाव व रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही निजी अस्पतालों का सहयोग लेने के उद्देश्य से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय सभागार में शहर के निजी चिकित्सा संस्थानों के चिकित्सों को कोरोना के बचाव व आईएलआई के मरीजों की विशेष स्क्रीनिंग के साथ नियमित इन मरीजों की रिर्पोटिंग सीएमएचओं कार्यालय को भिजवानें के लिए निर्देशित किया गया है।
शहर के महानगर कोर्ट परिसर में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा वकीलों को लक्षण, बचाव व रोकथाम के बारे में जानकारी देते हुए सतर्क रहने के लिए जागरूक किया।
वही वकीलों की स्क्रीनिंग कर उन्हें मास्क वितरित किए गए। वहीं रोडेवज बस स्टैंड पर भी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
महामारी निवारणार्थ हवन का आयोजन
विश्व संत संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत दिनेश दास महाराज के निर्देशानुसार संगठन की जोधपुर जिला इकाई के तत्वावधान में सूरसागर स्थित स्वामी रामानंद आश्रम में शुक्रवार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महाराज स्वामी परमानंद द्वारा कोरोना वायरस महामारी निवारणार्थ हवन किया गया।
संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक आचार्य रामानंद महाराज के सानिध्य में हुए हवन में अनेक श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर स्वामी जी ने बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने इस महामारी से बचाव के लिए पर्यावरण शुद्धि को महत्वपूर्ण बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जनता कफ्र्यू के अंतर्गत 22 मार्च को घरों में रहने की भी हिदायत दी। इस अवसर पर महंत रमेश साहिब, साध्वी गंगा बाई, तुलसी पिल्ले, संत मोहनानंद, संत संदीप शर्मा तथा संत भूपेन्द्र महाराज ने भी विचार व्यक्त किये।