गृहमंत्री शाह ने उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की वजह से हुई तबाही के बारे में बताया

राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड में ग्लेशियर के टूटने की वजह से हुई तबाही के बारे में बताया कि 7 फरवरी को उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा की सहायक नदी क्षेत्र में हिम स्खलन की घटना घटी।

जिसके कारण नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि हो गई। अचानक आई बाढ़ से निचले क्षेत्र में धौलीगंगा नदी पर स्थित एनटीपीसी की निर्माणाधीन जल विद्युत परियोजना को भी नुकसान पहुंचा।

उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार ने कहा है कि बाढ़ से निचले इलाकों में जोखिम नहीं है। जल स्तर भी घट रहा है। हर एजेंसी स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है। 7 फरवरी के अनुसार समुद्रतल से लगभग 5,600 मीटर ऊपर स्थित ग्लेशियर के मुखाने पर हिमस्खलन हुआ। उत्तराखंड सरकार से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अभी तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 6 लोग जख्मी हैं।

गृह मंत्री ने बताया कि प्राप्त जानकारी के मुताबिक 197 व्यक्ति लापता हैं। जिसमें एनटीपीसी के निर्माणाधीन परियोजना के 139 व्यक्ति, गंगा कार्यरत परियोजना के 46 व्यक्ति और 12 ग्रामीण शामिल हैं। राज्य सरकार ने यह सूचना विभिन्न सूत्रों के आधार पर एकत्रित की है जिसमें बदलाव हो सकता है।

उन्होंने कहा कि एनटीपीसी परियोजना के 12 व्यक्तियों को एक टनल के अंदर से सुरक्षित बचा लिया गया है। रूसी गंगा परियोजना के 15 व्यक्तियों को घटना के समय ही सुरक्षित बचा लिया गया है।

एनटीपीसी परियोजना की दूसरी टनल में लगभग 25-35 फंसे होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस टनल में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए युद्धस्तर पर बचाव अभियान जारी है। इसके साथ ही लापता व्यक्तियों को ढूढऩे का कार्य किया जा रहा है।

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