विटामिन-डी की कमी है तो ना बरतें लापरवाही, ऐसे किया जा सकता है बचाव

विटामिन डी के लक्षण
विटामिन डी के लक्षण

हमारे शरीर को प्रोटीन, कैलशियम व विटामिंस की आवश्यकता होती है। इसके लिए हमें विटामिन व मिनरल्स से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए। आधुनिक समय में हम इतना व्यस्त हो गए हैं कि हम अपने शरीर व स्वास्थ्य पर ध्यान ही नहीं दे पाते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमें कई प्रकार के विटामिन्स की आवश्कता होती है जिनमें विटामिन डी प्रमुख हैं। अब बात आती है कि हम शरीर में विटामिन डी की मात्रा को कैसे नियमित कर सकते हैं। दरअसल इसके लिए हम कुछ विशेष चीज़ों का सेवन कर सकते हैं। इसी के साथ साथ प्राकृतिक स्रोत के रूप में हम सूरज की किरणों पर भी ध्यान दे सकते हैं। जी हाँ, सूरज की किरणों में विटामिन डी की प्रचुर मात्रा पाई जाती है।

रिकेट्स क्या है?

विटामिन डी के लक्षण
विटामिन डी के लक्षण

रिकेट्स एक ऐसी स्थिति है, जिसमें विटामिन-डी की कमी के कारण हड्डियां नरम और कमजोर हो जाती हैं। मजबूत हड्डियों के लिए आवश्यक कैल्शियम और फास्फोरस के एब्जॉप्र्शन के लिए विटामिन-डी जरूरी होता है। रिकेट्स बच्चों में सबसे आम है, लेकिन यह वयस्कों में भी हो सकता है। आप इन लक्षणों से रिकेट्स की पहचान कर सकते हैं-

  • हड्डी में दर्द
  • मांसपेशियों में कमजोरी
  • जोड़ों में सूजन
  • बॉलगेज या नॉक-नी
  • बढ़ा हुआ सिर
  • रीढ़ और पसलियों के फ्रैक्चर और विकृति

रिकेट्स से बचाव

विटामिन डी के लक्षण
विटामिन डी के लक्षण

रिकेट्स से बचाव के लिए बेहद जरूरी है कि आप शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन-डी पूर्ति करें। इसके लिए आप भोजन और पूरक आहार का मदद ले सकते हैं। साथ ही धूप की मदद से भी आपके शरीर में विटामिन-डी की कमी को दूर कर सकते हैं। धूप विटामिन-डी का बढिय़ा सोर्स माना जाता है।

रिकेट्स से बचाव के लिए निम्न उपायों को भी अपना सकते हैं

  • धूप में समय जरूर बिताएं। सूरज की रोशनी शरीर में विटामिन-डी के उत्पादन में मदद करती है। हालांकि, इसकी किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें।
  • अपनी डाइट में ऐसे फूड आइटम्स जरूर शामिल करें, जो विटामिन-डी से भरपूर हों। विटामिन-डी की पूर्ति के लिए आप फैटी फिश, अंडे की जर्दी और फोर्टिफाइड दूध डाइट में जोड़ सकते हैं।
  • विटामिन-डी सप्लीमेंट लें। अगर आपको खाने या धूप से पर्याप्त विटामिन-डी नहीं मिल रहा है, तो आपको पूरक आहार लेने की जरूरत पड़ सकती है।
  • अगर आपको खुद में या अपने बच्चे में रिकेट्स के लक्षण नजर आए, तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें। सही समय पर इसकी पहचान कर इलाज मिलने से गंभीर होने से रोका जा सकता है।

यह भी पढ़ें : पुराना वाहन खरीद रहे हैं तो हो जाएं सावधान, यह गलती की तो पड़ सकता है पछताना