राजस्थान में सितंबर महीने में अच्छी बारिश नहीं हुई तो मौजूदा बिजली संकट और गहरा सकता है

राजस्थान में सितंबर महीने के पहले और दूसरे सप्ताह में अच्छी बारिश नहीं हुई तो मौजूदा बिजली संकट और गहरा सकता है। राज्य को पूरे सितंबर महीने में बिजली की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि बारिश होने पर गर्मी के तेवर कम होंगे तो घरों में बिजली की खपत कम होगी। साथ ही कृषि कनेक्शनों से भी लोड घटेगा। सिंचाई के लिए मोटर चलाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।

विद्युत निगम कोल इंडिया के अधिकारियों और भारत सरकार के संबंधित मंत्रालय से को-ऑर्डिनेशन कर कोयले की सप्लाई बढ़ाने के प्रयास कर रहा है, लेकिन राज्य की बिजली की मौजूदा मांग को देखें, तो अभी हो रही सप्लाई बेहद कम है।

ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला और विभाग के प्रमुख सचिव दिनेश कुमार ने दो दिन पहले खुद दिल्ली जाकर भारत सरकार के अधिकारियों से मीटिंग की है। उन्हें बताया गया है कि उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात और पंजाब में भी कोयला सप्लाई नहीं होने के कारण प्लांट्स बंद करने पड़े हैं। अगर सितंबर के पहले-दूसरे सप्ताह में अच्छी बारिश नहीं होगी, तो यह समस्या पूरे उत्तर भारत में रह सकती है। कोल इंडिया केन्द्र सरकार का उपक्रम है, इसलिए राजस्थान सरकार ने निवेदन किया है कि टाइम बाउंड तरीके से कोयले की सप्लाई की जाए।

बिजली की मांग को पूरा करने के लिए सरकार महंगी दरों पर भी एक्सचेंज से ज्यादा से ज्यादा बिजली खरीद रही है, लेकिन पूरे उत्तर भारत में बिजली की खपत बढऩे के कारण एक्सचेंज से भी डिमांड के मुताबिक बिजली नहीं मिल पा रही है।

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